सोनो। सामुदायिक सशक्तिकरण परियोजना के अंतर्गत मरियम पहाड़ी गांव में 11 जून से 13 जून तक बिहार के लोक कलाओं में से एक बांस से बनने वाले सामानों पर प्रशिक्षण दिया गया जिसमें ग्रामीणों को आमतौर पर बांस से बनने वाले सामान के अतिरिक्त कप, ग्लास, ट्रे, हेयर क्लिप, फूलदानी, टेबल-कुर्सी, स्टूल, मोबाइल स्टैंड, पेन स्टैंड इत्यादि बनाना सिखाया गया.
प्रशिक्षणार्थियों ने भी अपनी रुचि के अनुरूप प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न प्रकार के समान बनाएं। प्रशिक्षक विशुद्धानंद मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में बांस उपलब्ध हैं, इनसे विभिन्न प्रकार की कलाकृति एवं सामग्रियां बनाई जा सकती हैं एवं बिहार की राजधानी पटना में ऐसी लोक कलाओं के लिए सरकार के द्वारा विशेष सुविधा प्रदान की जाती है जिससे इन लोक कलाओं से जुड़े हुए लोगों का सामाजिक और आर्थिक विकास हो सके.
भारतीय जन उत्थान परिषद ने यह एक महत्वपूर्ण पहल की है जिससे ग्रामीणों को आगे बढ़ाने का एक अन्य साधन प्राप्त होगा और साथ ही साथ लोगों को बांस से बने सामानों की उपलब्धता भी प्राप्त होगी ।