चानन प्रखंड के इटोन पंचायत में सरस्वती मंदिर पी डब्ल्यू पानी टंकी के नजदीक बनने वाले कचहरी निर्माण को लेकर युवाओं ने विरोध जताया है। युवाओं में प्रदीप कुमार, कुंदन कुमार, छोटी बिहारी, महेश्वरी कुमार चौधरी, दयानंद कुमार, दानी कुमार आदि ने बताया कि 15 दिनों से लगातार यह काम चल रहा है लेकिन इसमें दो और तीन नंबर ईटों का प्रयोग किया जा रहा है।
वही बिना छड़ दिए ही 2 इंच की ढलाई कर दिया गया है जबकि इसे छड़ डालकर 10 इंच करना चाहिए था। वही एक तरफ सरकार मजदूरों को काम देने की बात करती है तो दूसरी और इसमें खुदाई जेसीबी से कर दिया गया और इसकी भराई भी जेसीबी से ही रातों-रात कर दिया गया। कई वर्षों के बाद पुराना कचहरी जो अंग्रेज के जमाने का बना था उसे तोड़कर नया बनाने का काम किया जा रहा था लेकिन अंग्रेजों के समय का दिया गया दीवाल 20 इंच और वर्तमान में दिया गया दीवाल 10 इंच जिनमें गलत ईटो का प्रयोग हो रहा है वह कभी भी टूट कर गिर सकता है।
इन लोगों ने अधिकारियों से निवेदन किया कि इस काम में जांच करते हुए इस काम पर रोक लगाकर बढ़िया सामग्री का प्रयोग कर इसका निर्माण करवाया जाए। इन लोगों ने कहा कि इस सड़क से कितने अधिकारी,मुखिया, पंचायत समिति,वार्ड आते और जाते हैं लेकिन किसी की नजर इस पर नहीं पड़ती है। हर एक माह में कोई ना कोई अधिकारी यहां इस प्रांगण में पड़ने वाले अन्य कार्यालयों में पहुंचते हैं लेकिन इन पर इनकी नजर नहीं पड़ती है, कहीं ना कहीं इसमें आला अधिकारियों का भी दोष है।
यह लोग चाहते हैं कि यह निर्माण जितनी जल्दी हो जाए। निर्माण को लेकर पूर्व में भी आवाज उठाया गया था और रोक भी लगी थी लेकिन बीते 2 दिनों से यह निर्माण इतनी तेजी से किया जा रहा है कि महीना दिन होते ही यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन अगर इसके टूटने फूटने अथवा किसी प्रकार की अनहोनी हो जाने की बात आती है तो इसका जिम्मेदार अधिकारी नही बनेंगे वे तो अपना पल्ला झाड़ चल देंगे।
क्यों नहीं अधिकारी इसे एक भी दिन आकर देखते और इसकी जांच करते हैं अधिकारी को समय निकालकर इसकी जांच करनी चाहिए और दोषियों को सजा देनी चाहिए। सरकार रुपया देती है इनमें सरकार दोषी नहीं बल्कि यह आला अधिकारी और बनाने वाले ठेकेदार दोषी है जो इसे करवा रहे हैं।