दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक शख्स ने फोन पर पीएम मोदी की जान को खतरा बताया। फोन करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान हेमंत कुमार के रूप में हुई है। वह 48 साल का है।
धमकी भरा फोन आने के बाद पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रैक कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि हेमंत कुमार ने फर्जी सूचना दी थी। वह उस वक्त नशे की हालत में था। यह भी पता लगा है कि वह काफी समय से बेरोजगार है।
फोन करने वाला शराबी है
पुलिस ने यह जानकारी शुक्रवार को दी। पुलिस ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम में प्रधानमंत्री मोदी की जान को खतरा होने का दावा करने वाला व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने फोन पर कहा था कि पीएम मोदी की जान को खतरा है।
आरोपी 6 सालों से बेरोजगार है
नई दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर प्रणव तयाल ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम में बृहस्पतिवार देर रात एक फोन आया था। फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान हेमंत कुमार के रूप में हुई है। तयाल ने आगे कहा कि कुमार का पता लगाकर उससे पूछताछ लिए चाणक्यपुरी पुलिस थाने लाया गया। कुमार ने बताया कि वह बेरोजगार है और जब उसने फोन किया था वह शराब के नशे में थ।
आरोपी ने कहा- फर्जी कॉल किया था
फोन आने के बाद जिला पुलिस ने कुमार का लोकेशन ट्रैक किया और उसके पास पहुंच गई। पूछताछ में उसने बताया कि उसने फर्जी कॉल की थी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि हेमंत पिछले 6 सालों से बेरोजगार है और उसे शराब पीने की आदत है।
केरल यात्रा पर बम से उड़ाने की धमकी मिली थी
बता दें कि पीएम मोदी को अक्सर जान से मारने की धमकी मिलती रहती है। अभी कुछ दिनों पहले ही पीएम मोदी को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। उस वक्त वे केरल यात्रा पर जाने वाले थे।
असल में पीएम मोदी को केरल यात्रा के दौरान सुसाइड बम विस्फोट से उड़ाने की धमकी मिली थी। यह धमकी भरा पत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन के ऑफिस में मिला था। जिसे उन्होंने पिछले सप्ताह ही पुलिस को सौंप दिया था। इस धमकी भरे पत्र को कोच्चि के एक शख्स ने मलयालम भाषा में लिखा था।
पत्र में लिखा गया था कि पीएम मोदी को भी राजीव गांधी की तरह बम से उड़ाया जाएगा। इस पत्र के मिलने के बाद से ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों जांच में जुट गई थी। यह पत्र 24 अप्रैल से पहले मिला था। उस वक्त पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर केरल जाने वाले थे। हालांकि पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया गया था। किसी ने उसके नाम पर फर्जी पत्र लिखा था।