देशभर में आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है। कई वरिष्ठ राजनेताओं ने देश के नागरिकों को बधाई देने और संविधान बनाने में शामिल सभी लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 2015 से इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह में शामिल हुए है। इस दौरान पीएम मोदी ने ई-कोर्ट परियोजना के तहत विभिन्न नई पहलों और वेबसाइट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने मुंबई आतंकी हमले में जान गंवाने वाले मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
संविधान निर्माताओं को किया नमन
संविधान दिवस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सभी देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। 1949 में ये आज ही का दिन था, जब स्वतंत्र भारत ने अपने लिए एक नए भविष्य की नींव डाली थी। इस बार का संविधान दिवस इसलिए भी विशेष है। क्योंकि देश ने अपने आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं। मैं आधुनिक भारत का सपने देखने वाले बाबा साहेब अंबेडकर समेत संविधान सभा के सभी सदस्यों को, संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं।
मुंबई हमले में जान गंवाने वाले को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 26/11 मुंबई आतंकी हमले का भी दिन है। 14 साल पहले जब भारत अपने संविधान और अपने नागरिकों के अधिकारों का पर्व मना रहा था, उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया था। मुंबई आतंकी हमले में जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
आज भारत को उम्मीदों से देख रही है दुनिया
संविधान दिवस समारोह में बोले PM मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। पीएम मोदी ने कहा कि आज की वैश्विक परिस्थितियों में पूरे विश्व की नजर भारत पर है। देश के तेज विकास कर रहा है। बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था और भारत की मजबूत होती अंतरराष्ट्रीय छवि के बीच दुनिया हमें बहुत उम्मीदों से देख रही है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संविधान में प्रस्तावना की शुरुआत में जो वी द पीपुल लिखा है, ये केवल तीन शब्द नहीं हैं। वी द पीपुल एक आह्वान है, एक प्रतिज्ञा है और एक विश्वास है। भारत का संविधान दुनिया में लोकतंत्र की जननी रहा है, मदर ऑफ डेमोक्रेसी रहा है।