कानपुर से समाजवादी पार्टी के नेता अर्पित यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में समाजवादी पार्टी की टोपी लगाकर अर्पित यादव इंस्पेक्टर को धमकी देते नजर आ रहे हैं। दरोगा को धमकाते हुए कह रहे हैं, सुनो दरोगा! तुम झंडा नोचोगे, हम तुम्हारे बिल्ले नोचेंगे। वहीं उनके आसपास खड़े कार्यकर्ता दरोगा से कह रहे हैं कि आप सरकार की बजाय भाजपा की नौकरी कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसपी नेता बीजेपी के क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे इस दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़ा था। इसी बात को लेकर समाजवादी पार्टी के पार्षद ने अपना आपा खो दिया। कानपुर के बर्रा थाने के इंस्पेक्टर अजय सेठ ने जानकारी दी है कि पुलिस को धमकी देने, सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर सपा नेता पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
सपा नेता के वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। संजय शर्मा (@sanjay_jspl) नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि इन्हें बताया जाना चाहिए कि यूपी पुलिस को धमकी देने के क्या परिणाम होते हैं, ऐसी सजा दी जाए कि सात पुश्तें भी याद रखें। रानू शर्मा (@ranusha50) नाम की ट्विटर यूजर लिखती हैं कि ये तो अभी यूपी में तथाकथित समाजवाद का सूरज अस्त हो गया अन्यथा उनके सत्ता में रहते क्या-क्या नहीं किया जाता था।
जिनसे गोरखपुर नहीं संभल रहा है वह क्या संभाल पाएंगे यूपी – योगी आदित्यनाथ पर अखिलेश यादव ने साधा निशाना, कहा – अपने जनपद जाते हैं सीएम तो बढ़ जाता है क्राइम
ममता त्यागी (MAMTATAYGI_bjp) नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट आया – सपा का मतलब साफ गुंडा पार्टी। प्रदीप मुखर्जी (pradeep_muk355) नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि समाजवादी पार्टी क्रिमिनल और देशद्रोहियों का अखाड़ा है। ज्यादातर अपराधी इस इस पार्टी को केवल इसलिए सपोर्ट करते हैं कि इनकी सरकार आने से गुंडाराज आ जाएगा। संजय (@sanjayG) नाम के ट्विटर एकाउंट से लिखा गया कि सरकार आई नहीं, अभी से गुंडागर्दी चालू कर दी है।
आशुतोष गर्ग(@AshuPandit8) नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि आखिर इस नेता ने असली समाजवाद का रूप दिखा ही दिया। प्रदीप गोयल
(@goyalpradeep017) नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि ऐसे नेताओं को तो जेल में ही रहना चाहिए। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले यूपी के चंदौली जिले से एक ऐसा ही वीडियो सामने आया था जिसमें बीजेपी नेता दरोगा को धमकी देते हुए कह रहे थे कि यादव जी फाड़ देब।