राजधानी पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (Indira Gandhi Institute of Medical Science) में कोरोना संक्रमितों के 13 सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग में ओमिक्रोन के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। बिहार में 4 दिनों कोरोना की रफ्तार ऐसा संकेत दे रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना का संक्रमण दो गुना रफ्तार से बढ़ा है। इस बीच बिहार में कोरोना का नया वैरिएंट BA.12 मिलने से भी खतरा बढ़ गया है। नए वैरिएंट BA.12 की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है। IGIMS के डॉक्टर का कहनना है कि कोविड का ये नया वैरिएंट काफी खतरनाक है, इसकी संक्रमण क्षमता बाकी ओमिक्रॉन से कई गुणा ज्यादा है।
बिहार में यह रिपोर्ट बुधवार की देर रात आई है, जिसके अनुसार BA.12 की संक्रमण दर BA.2 से अधिक है। हालांकि, नए वैरिएंट एक्सई और BA.12 वैरिएंट को लेकर अभी अधिक डाटा उपलब्ध नहीं है। वहीं, दूसरी ओर कई देशों में BA.12 पहले ही आ चुका है। भारत में भी अब BA.12 केस सामने आया है, जो कि बिहार राज्य में मिला है। ज्यादा डाटा उपलब्ध करने के लिए अब इस वैरिएंट को लेकर रिसर्च किया जा रहा है।
IGIMS के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचओडी प्रो डॉ नम्रता कुमारी ने कहा, “बढ़ते COVID मामलों को ध्यान में रखते हुए, हमने कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू की थी। 13 नमूनों का परीक्षण किया गया था और उनमें से एक में बीए 12 स्ट्रेन था। शेष 12 नमूनों में BA.2 स्ट्रेन हैं।” उन्होंने कहा, “हमने ओमिक्रोन के सभी पॉजिटिव नमूनों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए प्राधिकरण से कहा है। बीए.12 संस्करण बीए.2 से 10 गुना अधिक खतरनाक है। हालांकि, चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। इससे बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।”
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए और चौथी लहर की आशंका के मद्देनजर राज्य सरकार पूरी तरह अलर्ट हो गई है। किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए अस्पतालों को तैयार कर दिया गया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अस्पतालों में पूरी व्यवस्था कर दी गई है। हम कोरोना के मुकाबले को तैयार हैं।
आपको बता दें, कि BA.12 वैरियंट का पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में पता चला था। दिल्ली में दो से तीन मामले सामने आए और अब पटना में भी एक मामला सामने आ गया है।