झारखंड में कांग्रेस के तीन विधायकों के पास भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ था, जिसके बाद कांग्रेस ने तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद अब तीनों विधायकों डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने नोटिस भेजा है। यह नोटिस कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम की अनुशंसा पर भेजा गया है, जिसमें उन्होंने तीनों विधायकों की विधायकी रद्द करने की मांग की है। इस नोटिस में विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों विधायकों से 1 सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने विधायकों की विधायकी रद्द करने की अनुशंसा करते हुए शिकायत पत्र में कहा है कि तीनों विधायकों ने तीन अन्य विधायकों कुमार जयमंगल, भूषण बाड़ा और शिल्पी नेहा तिर्की को सरकार गिराने के लिए ऑफर दिया था, जिसके लिए इन्होंने 10-10 करोड़ रुपए की पेशकश की थी।
विधायकों ने कहा लगाए गए आरोप बेबुनियाद
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि सरकार गिराने की कोशिश और उसके लिए 10-10 करोड़ रुपए की पेशकश के बारे में तीनों विधायकों कुमार जयमंगल, भूषण बाड़ा और शिल्पी नेहा तिर्की ने लिखित रूप से शिकायत की है, जिसके आधार पर डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की विधानसभा की सदस्यता खत्म की जानी चाहिए। वहीं निलंबित तीनों विधायकों ने कहा है कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है, हम 1 सितंबर तक अपना जवाब विधानसभा अध्यक्ष को दे देंगे।
सरकार गिराना होता तो पहले गिरा देते
निलंबित कांग्रेस विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा है कि अगर सरकार गिराना होता तो पहले ही गिरा सकते थे। उन्होंने कहा कि एक बार उनको व अन्य विधायकों को ऑफर दिया गया था, जिसके बारे में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष को भी जानकारी दी थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लगाए गए आरोप झूठे हैं, मैने पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में काम किया।
इरफान अंसारी ने मांगी माफी
निलंबित कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि उनपर लगाए गए आरोप गलत हैं, जिसको आधार बनाकर नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी को गलत फीडबैक दिया गया है, इसके बाद भी मांफी मागते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विधायकी खत्म करके जनता से दूर नहीं किया जाए।