कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए आज शाम को प्रचार खत्म हो जाएगा। प्रचार खत्म होने से महज कुछ घंटे पहले देश के गृह मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। अमित शाह ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि चार प्रतिशत मुस्लिम रिजर्वेशन हमारी पार्टी ने ही खत्म किया है, लोग सच कह रहे हैं क्योंकि वो गैर संवैधानिक था।
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि हमारे संविधान में धर्म के आधार पर रिजर्वेशन का कोई प्रावधान नहीं है। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति के तहत वोट बैंक को कंसोलिडेट करने के लिए ये मुस्लिम रिजर्वेशन किया था, जिसको हमने हटा दिया है। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं हमने बहुत उचित किया है। ये ठीक है कि ये थोड़ा लेट हो गया है परन्तु हमारा जो फैसला है ये संविधान सहमत है।”
रिजर्वेशन के अंदर रिजर्वेशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये हमने बहुत सोच समझ कर किया है। एक मधु स्वामी कमेटी बनी थी। इस कमेटी ने बहुत सारे डेटा का एनालिसिस करके, आबादी की संख्या को काउंट करके, उनके प्रतिनिधित्व को काउंट करके एक बैलेंस अप्रोच के साथ सरकार को सुझाव दिया था। उसके बाद में सरकार ने स्टेक होल्डर्स से चर्चा की है, चुने हुए विधायकों से भी चर्चा की है औऱ सोशल लीडर्स से भी चर्चा की है।
उन्होंने कहा कि ये सब करके अनुसुचित जाति का जो आरक्षण है, इसके अंदर हमने कुछ लिमिट्स तय किए हैं। रिजर्वेशन के अंदर रिजर्वेशन को कांग्रेस हटाना चाहती है। मैं आज आपके माध्यम से यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि SC में रिजर्वेशन में जो रिजर्वेशन है वो नहीं हटेगा। जो हमने तय कि है वो जस का तस रहेगा इसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा।
‘सिद्धारमैया बताएं किसका रिजर्वेशन कम करेंगे?’
कांग्रेस द्वारा रिजर्वेशन को बढ़ा कर 75 फीसदी तक ले जाने के वादे से जुड़े सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बोलने के लिए कुछ भी कहा जा सकता है। आप अगर मुस्लिम रिजर्वेशन चार फीसदी से बढ़ा कर 6 फीसदी करना चाहते हो तो कांग्रेस को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि वो किस समुदाय का रिजर्वेशन कम करेंगे। सिद्धारमैया को चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले यह स्पष्ट कर देना चाहिए।