हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद आसपास के इलाकों में तनावपूर्ण हालात हो गए थे. दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी जमकर बवाल हुआ, जिसके बाद कई जगहों से पलायन की खबरें सामने आई थीं. अब प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि हालात सामान्य हो रहे हैं, ऐसे में किसी भी तरह से पलायन ना करें. गुरुग्राम के एसीपी वरुण कुमार ने बुधवार को बयान दिया है कि कोई भी अपना घर छोड़कर ना जाए, किसी भी स्थिति में आप 112 पर कॉल करें पुलिस आपके साथ रहेगी.
हरियाणा के डीजीपी पी के अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मंगलवार और बुधवार को नूंह में किसी भी तरह की हिंसा नहीं हुई है. अभी तक कुल 41 एफआईआर और 116 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इन सभी आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिंसा पर काबू पाने के लिए केंद्र से 20 अर्धसैनिक बलों की कंपनी मिली थी. इनमें से 3 पलवल, एक फरीदाबाद, 1 गुरुग्राम और बाकी 14 नूंह में स्थित हैं.
डीजीपी ने कहा कि दंगे की जांच के लिए SIT का गठन भी कर दिया गया है. हिंसा के पीछे का मुख्य कारण माने जा रहे मोनू मानेसर पर यह कमेटी जांच करेगी. उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा. वहीं जिन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया था वहां थोड़े समय के लिए ढील दी गई है. जरूरी सामान खरीदने के लिए भी रियायत बरती जा रही है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसीपी ने कहा कि गुरुग्राम की स्थिति नियंत्रण में हैं. शहर से सभी मॉल, डिलीवरी, स्कूल, कॉलेज, मेट्रो सब खुले हुए हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. हिंसा के दौरान लोगों के पलायन की कई खबरे सामने आई थीं, इसपर एसीपी ने लोगों ने अपील कर कहा कि वे अपने घर न छोड़ें. ट्विटर पर गलत खबरों के प्रचार पर भी उन्होंने ध्यान न देने को कहा.
अलर्ट पर दिल्ली
नूंह में शुरू हुई हिंसा आस पास के राज्यों में भी फैल गई. गुरुग्राम और राजस्थान के कई स्थानों में हिंसक झड़प में देखने को मिलीं. हिंसा को देखते हुए, गुरुग्राम से महज कुछ ही किलोमीटर दूर स्थिति राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस बल की संख्या बढ़ा दी गई है.