भीषण गर्मी को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है। सीएम योगी ने 22 जून तक पूरे यूपी में बिजली कटौती पर रोक लगा दी है। उन्होंने अधिकारियों को साफ कहा है कि प्रदेश में बिजली कटौती के कारण लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही फॉल्ट ठीक करने के नाम पर हो रहे शटडाउन को लेकर भी उन्होंने हिदायत दी है। यूपी में पांच बिजली घरों की बंद 1870 मेगावाट की 6 इकाइयों को भी मंगलवार को चालू कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जहां से भी ट्रांसफार्मर के खराब होने की सूचना मिल रही है, वहां तत्काल प्रभाव से उसे ठीक कराया जाए या फिर उन्हें बदला जाए।
शिकायतों का जल्द हो निस्तारण
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि जिस क्षेत्र से बिजली से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं उन्हें तत्काल ठीक किया जाए। अधिकारी इन मामलों पर सीधी नजर रखें। बिजली से जुड़ी शिकायतों को समीक्षा कर उन्हें तत्काल ठीक किया जाए। उन्होंने प्रदेश की सभी विद्युत निगमों से कहा कि 22 जून तक प्रदेश में भीषण गर्मी का अनुसान है। ऐसे में लोगों को गर्मी में बिजली कटौती से परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके लिए सुनिश्चित किया जाए कि बिजली कटौती ना हो।
बता दें कि गर्मी के कारण बिजली की डिमांड में भी बढ़ोतरी की गई है। बिजली की डिमांड 26,672 मेगावाट के स्तर तक पहुंच गई है। इससे पावर कॉरपोरेशन ने सभी निगमों को अलर्ट किया है। बढ़ती गर्मी के बीच बिजली की मांग 27531 मेगावाट तक पहुंच सकती है। यही वजह है कि UPPCL 28 हजार मेगावाट का लक्ष्य लेकर तैयारी में जुटा है। पिछले साल जून में 26,589 मेगावाट खपत पहुंच गई थी। लखनऊ के लेकर आगरा, गाजियाबाद, कानपुर समेत कई शहरों से बिजली कटौती की शिकायतें भी सामने आई थीं।