लालू यादव के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं। रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में सीबीआइ ने सख्ती तेज कर दी है। सीबीआइ ने अब लालू यादव के परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी गई संपत्ति का ब्योरा मांगा है। इसमें लालू यादव, राबड़ी देवी सहित उनके दोनों बेटे, सात बेटियां और दामाद से साल 2004 से 2009 के बीच खरीदी गई संपत्ति का ब्योरा देने को कहा गया है। इससे पूर्व ED ने लालू समेत परिवार के आठ सदस्यों, करीबी भोला यादव व चार कंपनियों की कुल संपत्ति का ब्योरा मांगा था।
मामला यह है…
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में सीबीआई जांच में पता चला कि, घोटाले में करीब 4000 लोगों को नौकरी दी गई थी। यह घोटाला लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री के कार्यकाल में हुआ था।
सीबीआइ एसपी ने लिखा पत्र, मांगा पत्र
सीबीआइ एसपी, आर्थिक अपराध इकाई ने राज्य के निबंधन महानिरीक्षक (आइजी) को पत्र भेजकर ब्योरा देने का निर्देश जारी किया है। इस संदर्भ में सहायक निबंधन महानिरीक्षक मनोज कुमार संजय ने राज्य के सभी जिला अवर निबंधक एवं अवर निबंधक को निर्देश दिया है। इसमें सभी विवरण सीधे सीबीआइ के पुलिस अधीक्षक को भेजने को कहा गया है।
अचल संपत्ति की जांच भी जरूरी – सीबीआइ एसपी
सीबीआइ एसपी ने पत्र में लिखा है कि जांच की जा रही है। इसके लिए वर्ष 2004 से 2009 के बीच बिहार में लालू प्रसाद व उनके परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी, गिफ्ट की गई या लीज पर दी गई अचल संपत्ति की जांच भी जरूरी है।
इनके मांगे गए ब्योरे
– लालू प्रसाद
– राबड़ी देवी
– तेजस्वी प्रसाद यादव
– तेज प्रताप यादव
– मीसा भारती- पति शैलेश कुमार
– रोहिणी आचार्य- पति समरेश सिंह
– चंदा यादव- पति विक्रम सिंह
– रागिनी यादव- पति राहुल यादव
– धन्नू यादव उर्फ अनुष्का यादव- पति चिरंजीव राव
– हेमा यादव- पति विनीत यादव
– राज लक्ष्मी यादव- पति तेज प्रताप सिंह यादव।