अग्निपथ योजना को लेकर बिहार के युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को अलग अलग जिलों से प्रदर्शन का जो दौर शुरू हुआ वो बक्सर, गया और जहानाबाद जिले तक फैल गया है। युवकों को उम्र सीमा, कार्यकाल की सीमा पर ऐतराज है। विरोध के बीच वाइस चीफ आर्मी स्टॉफ ने बुधवार को अग्निपथ स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी। लेकिन विरोध जारी है। बक्सर में सड़क और रेल यातायात प्रभावित है, सैकड़ों की संख्या में युवक विरोध जता रहे हैं। जहानाबाद में विरोध का असर राष्ट्रीय राजमार्ग 83 और 31 पर पड़ा है।
बिहार के युवकों को क्यों है ऐतराज
युवकों का कहना है कि जब अगले 96 दिनों में 40 हजार से अधिक अग्निवीरों की नियुक्ति होगी तो पिछले दो साल में जो नियुक्तियां होनी थी उनका क्या होगा। इसके साथ कार्यकाल पर भी ऐतराज है। युवाओं का कहना है कि जब सांसद और विधायक पांच साल तक अपनी सेवा दे सकते हैं तो अग्निवीरों के लिए चार साल का प्रावधान क्यों है।
अग्निपथ स्कीम
पहले वर्ष में सभी 40 हजार भर्तियां पूरे देश से की जाएंगी।
इसमें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी और साढ़े तीन साल की नौकरी होगी।
चार साल की समाप्ति के बाद फौज 25 फीसद अग्निवीरों को अपने साथ रखेगी जिनका नजरिया और चाह सेना के अनुकूल रहेगा
75 फीसद लोग किसी और नौकरी के लिए स्वतंत्र होंगे।
अग्निवीरों को यूपी, एमपी, हरियाणा सरकार देगी प्राथमिकता
बता दें कि अग्निपथ स्कीम पर यूपी, मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकार की तरफ से खास बयान आया है। इन सभी सरकारों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद जब अग्निवीर रिटायर होंगे तो उन्हें सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने खास ट्वीट में कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मंशानुरूप ‘अग्निपथ योजना’ युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा हेतु तैयार करेगी, उन्हें गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी। यूपी सरकारआश्वस्त करती है कि ‘अग्निवीरों’ को सेवा के उपरांत पुलिस व पुलिस के सहयोगी बलों में समायोजित करने में प्राथमिकता दी जाएगी।