पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं तो तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाने पर विचार करने की स्थिति में होंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तेल कंपनियों के आगामी तिमाही नतीजे अच्छे होंगे। हरदीप पुरी ने दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर में पेट्रोल की कीमतों पर अलग-अलग सवालों के जवाब देते हुए कहा कि वे अभी इस मुद्दे पर कोई घोषणा करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा, “आगे चलकर देखेंगे कि कीमतों को लेकर क्या किया जा सकता है।”
आखिरी बार मई 2022 में घटे थे पेट्रोल के दाम
बताते चलें कि सरकार ने पिछले साल मई में पेट्रोल और डीजल के दामों से राहत दी थी। केंद्र ने उस समय पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर वसूले जाने वाले एक्साइज ड्यूटी पर कटौती की थी। केंद्र ने पेट्रोल पर 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। जिसके बाद दिल्ली में पेट्रोल के दाम 105.41 रुपये से घटकर 96.72 रुपये प्रति लीटर हो गया था।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कुछ हद तक कर ली घाटे की भरपाई
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पिछली तिमाही में ‘ठीक’ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कुछ घाटे की भरपाई कर ली है। उन्होंने अपनी कॉरपोरेट जिम्मेदारी बहुत अच्छी तरह निभाई है। हम जैसे आगे बढ़ेंगे, हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है।”
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने विपक्ष पर लगाया रेवड़ी राजनीति का आरोप
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार ने सुनिश्चित किया है कि 22 अप्रैल से तेल की कीमतों में बढ़ोतरी न हो। उन्होंने कहा कि सरकार आगे भी सुनिश्चित करेगी कि आम लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। हरदीप पुरी ने विपक्ष पर ‘रेवड़ी राजनीति’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोई सब कुछ ‘मुफ्त’ में देने की पेशकश कर सकता है, लेकिन ऐसे में मुफ्तखोरी की राजनीति खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर जाती है।