कतरास। बंगाल परंपरा के अनुसार मंगलवार को सप्तमी तिथि के प्रवेश होते ही तिथि विशेष होती है इस दिन नावपत्रिक प्रवेश व स्थापना का होता है। कतरास के स्टेशन रोड स्थित बंगाल पाड़ा में सुबह साढ़े सात बजे कोलाबोउ को कतरीनदी में पालकी से स्नान करने ले जाया गया।
यहाँ 1933 से बंगला परंपरा के अनुसार दुर्गापूजा मनाया जाता है। ढोल नगाड़ों व ढक के धुन व माँ दुर्गा के जयकारे के साथ कोलाबोउ स्नान के बाद वापस माँ के प्रतिमा के निकट स्थापित किया गया। मां के प्रतिमा को श्रृंगार के बाद बोधन पूजन ,आमंत्रण और आव्हान किया गया।