निरसा। निरसा क्षेत्र अंतर्गत एमपीएल में हाईवा से कोयले की ठुलाई को लेकर विगत कई वर्षों से चले आ रहे विवादों और परेशानियों से जल्दी एमपीएल को मुक्ति मिल जाएगी। इसी कड़ी में कोयला ट्रांसपोर्टिंग की दिशा में एक नया अध्याय एमपीएल में जुड़ने को है वह है रेलवे से कोयले की आपूर्ति l एमपीएल बनने के बाद उसमें लगने वाले कोयले की ठुलाई शुरू से ही एम पी एल हाईवा के माध्यम से करता आ रहा है जिससे कंपनी को कई तरह की समस्याओं से रूबरू हर दिन होना पड़ता है जिसमे अब विगत कई वर्षों से रेलवे ट्रैक का निर्माण काफी जोर-शोर से करवाया जा रहा था जिस पर अब बहुत जल्द रेलवे ट्रैक पर कोयला लेकर दौड़ती रेलगाड़ियां एमपीएल की तरफ नजर आएंगी ।
एमपीएल में अब तक कोयले की ढुलाई करने वाले हाईवा और हाईवा मालिकों की स्थिति अब दयनीय होने की कगार पर है उनकी गाड़ियां और उनके रोजगार को लेकर आगे बहुत समस्याएं होगी इन्हीं सब आगामी समस्याओं को देखते हुए रविवार की सुबह निरसा स्थानीय हाईवा एसोसिएशन समिति के बैनर तले एसोसिएशन के सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सदस्यों ने एक स्वर में एम पी एल में रेलवे से कोयले की ढुलाई से होने वाली बेरोजगारी का विरोध किया और खुदिया फाटक स्थित अपने कार्यालय से एक पैदल मार्च निकालकर महता डीह स्थित रेलवे के पुल तक गए और रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया ।
एसोसिएशन की ओर से लल्लू ओझा ने बताया कि विगत 10 वर्षों से हम एमपीएल बनने के बाद से ही कोयले की आपूर्ति हाईवा से करा रहे हैं पर अचानक अब रेलवे के आ जाने से लगभग 500 की संख्या में हाईवा से जुड़े लगभग 40000 लोग प्रभावित होंगे।
स्थापना काल से ही हमने हाईवा के माध्यम से कोयला ढुलाई कराई है कई ऐसे हाईवा मालिक हैं जिन्होंने अपने जमीन और जेवर बेचकर हाईवा खरीदा है अगर अचानक उनके हाईवा को बंद करा दिया जाएगा तो उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
उन्होंने एमपीएल प्रबंधन से मांग करते कहा की कुल कोयले की आपूर्ति में हाईवा के माध्यम से ही कराया जाए और लगभग प्रतिदिन ₹5000 की बचत का कार्य हाईवा के माध्यम से कराया जाए इसको लेकर जल्द ही एमपीएल प्रबंधन हाईवा मालिकों के साथ बैठक कर लिखित रूप में आश्वासन दे नहीं तो धरना प्रदर्शन और विरोध का प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा