धनबाद। गुरुवार को केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान ( सिंफर) में दो दिवसीय जिज्ञासा नामक छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। छात्रों के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स किट का भी वितरण किया गया जिससे कि उन्हें अभ्यास करने और क्षेत्र में अपनी रुचि विकसित करने में मदद करेगी।
सीएसआईआर तकनीकी नवाचार और सामाजिक मिशन कार्यक्रमों के माध्यम से देश में सामाजिक, आर्थिक और मानव संसाधन विकास के लिए कई दशकों से योगदान दे रहा है।
सीएसआईआर ने 6 जुलाई, 2017 को नई दिल्ली में जिज्ञासा नामक छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। जिसके तहत सीएसआईआर और केंद्रीय विद्यालय संगठन के बीच स्कूलों के छात्रों के लिए प्रयोगशालाओं के दरवाजे खोलने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम की अपार सफलता के कारण, इसके दायरे में बाद के वर्षों में नवोदय विद्यालय संगठन, एटीएल स्कूलों और अन्य सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को शामिल किया गया।
सीएसआईआर-सीआईएमएफआर, इस कार्यक्रम की स्थापना के समय से ही गहराई से जुड़ी सीएसआईआर की अग्रणी प्रयोगशालाओं में से एक है। डॉ. प्रदीप कुमार सिंह, निदेशक सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के नेतृत्व में सीएसआईआर-सीआईएमएफआर जिज्ञासा कार्यक्रम में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है।
सीएसआईआर-सीआईएमएफआर द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित छात्र प्रश्नोत्तरी, व्यावहारिक प्रशिक्षण, स्कूलों में रोबोटिक्स का लाइव प्रदर्शन, छात्र विज्ञान प्रदर्शनियों, लोकप्रिय व्याख्यान, आवासीय कार्यक्रमों जैसी कई गतिविधियों में व्यापक मीडिया कवरेज प्राप्त करने के अलावा प्रशंसा अर्जित की है।
सीएसआईआर-सीआईएमएफआर ने स्कूली छात्रों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की योजना बनाई है। अभिनव कार्यशाला में मुख्य रूप से बुनियादी इलेक्ट्रॉनिक्स के डिजाइन, विश्लेषण, अनुप्रयोग और संचालन के लिए ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए गतिविधियों, निर्देशात्मक कार्यक्रमों, भौतिक प्लेटफार्मों और शैक्षिक संसाधनों का एक संग्रह शामिल है। छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक्स पुर्जो, सर्किट और मोटर्स की मूल बातें सिखाई जाएंगी, ब्रेडबोर्ड पर सर्किट कैसे बनाया जाए और अंत में माइक्रोकंट्रोलर को कैसे इकट्ठा और प्रोग्राम किया जाए।