धनबाद : लगभग 400 वर्ष पुराने भारत की ऐतिहासिक संस्कृति और धरोहर को पुनर्स्थापित करने का सौभाग्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के काशी में होगा। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पित होने वाले श्री काशी विश्वनाथ धाम के आहूत लोकार्पण को लेकर धनबाद परिसदन में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर खुशी जताई।
मौके पर धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने बताया कि 13 दिसंबर को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का लोकार्पण हर भारतवासियों के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। इस भव्य उत्सव को विश्व के हर कोने में पहुंचाने के भव्य तैयारियां की जा रही है। देश में 55000 स्थानों पर इस लोकार्पण कार्यक्रम ‘काशी उत्सव’ का प्रसारण किया जाएगा। वहीं भारतीय जनता पार्टी देश के शिवालयों तथा मंदिरों में साफ-सफाई और सजावट के माध्यम से काशी उत्सव की भव्यता को जन-जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठा रखा है।
भाजपा के पीएन सिंह तथा अन्य नेताओं ने बताया कि वाराणसी काशी में लेजर शो, आतिशबाजी के साथ रोशनी से समस्त मंदिर, शहर की गलियां, चौराहे व अन्य सार्वजनिक स्थान जगमग होंगे। धाम के लोकार्पण के साथ ही 12 दिसंबर से 14 दिसंबर तक तीन दिवसीय शिव दीपोत्सव की शुरूआत हो जाएगी।
मालूम हो कि 13 दिसंबर को काशी वाराणसी काशी में आहूत काशी श्री विश्वनाथ धाम के लोकार्पण महोत्सव में शंकराचार्य समेत देश भर के 251 संत शामिल होंगे। आयोजन में शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती, महंत नृत्यगोपाल दास, अवधेशानंद महाराज, रामभद्राचार्य महाराज, महंत कमलनयन दास, रामकमल दास वेदांती महाराज, साध्वी ऋतंभरा, साध्वी प्रज्ञा समेत 181 संत देश भर से आ रहे हैं।
इसके अलावा अयोध्या से 23 और काशी से संन्यासी और वैरागी समाज के 47 संतों को आमंत्रित किया गया है। संत समाज के संयोजन की संपूर्ण जिम्मेदारी अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती को सौंपी गई है।
विदित हो कि मुगल शासक औरंगजेब के फरमान के बाद 1669 में मुगल सेना ने विशेश्वर का मंदिर ध्वस्त कर दिया था। स्वयंभू ज्योतिर्लिंग को कोई क्षति न हो इसके लिए मंदिर के महंत शिवलिंग को लेकर ज्ञानवापी कुंड में कूद गए थे। हमले के दौरान मुगल सेना मंदिर के बाहर स्थापित विशाल नंदी की प्रतिमा को तोड़ने का प्रयास किया था लेकिन सेना के तमाम प्रयासों के बाद भी वे नंदी की प्रतिमा को नहीं तोड़ सके।
प्रेस वार्ता में सांसद पशुपतिनाथ सिंह, विधायक राज सिन्हा, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, जिला महामंत्री श्रवण राय, जिला महामंत्री नितिन भट्ट, जिला उपाध्यक्ष संजय झा, जिला उपाध्यक्ष मानस प्रसून, जिला उपाध्यक्ष उमेश यादव, जिला मीडिया प्रभारी मिल्टन पार्थसारथी, मीडिया प्रभारी पंकज सिन्हा, चंद्रशेखर मुन्ना, सुशील सिंह, अशोक पाल, मौसम सिंह, मनोज मालाकार, अरुण सिंह, राजकुमार जैना, अखिलेश सिंह (प्रतिनिधि), प्रभात सिन्हा,अवध बिहारी, बबलू हाइट, अभिषेक पांडेय, बृजनंदन कुमार लोग मौजूद थे।