झरिया । धनबाद नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर ठेकेदार घटिया सामग्री का उपयोग धडले से कर रहे है. मिली भगत व पहुच के बल पर ठेकेदार सरकारी पैसा डकार ने मे जुटे हुए है. निगम के वार्ड संख्य 40 अंतर्गत 33 लाख 70 हजार 5 सौ 12 रुपये की लागत से वार्ड विकास केन्द्र का निर्माण कराया जा रहा है. निर्माण कार्य में घटिया सामग्री खुलेआम लगाया जा रहा है. जोकि आसपास के लोगों ने घटित निर्माण कार्य का विरोध जता रहे है. लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा हुआ नहीं की पिलर में दरार पडना शुरू हो गया. साथ ही जो पिलर, दिवार बनाया गया है. उसे हाथों से छुने पर भरभराकर गिर रहा है.जिसका ठेकेदार से विरोध किया गया. जिस पर कहा कि जाओ जहां शिकायत करना है कर लो. सभी साहब के साथ मेरा मधुर सबंध है. कुछ होने वाला नहीं है.
वर्षों से अधर में लटका है योजना: जानकारी के अनुसार उक्त योजना का निगम प्रबंधन टेंडर नोटिस संख्या 37/2018-19 जीआर 7 के तहत टेंडर निकाला था. जिसके बाद ठेकेदार के साथ एकरार नामा संख्या 170F2/ 2018-19 के तहत लागत 33 लाख 70 हजार 5 सौ 12 रुपये का लागत से निर्माण कार्य करना तय किया था. लेकिन वित्तीय वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त योजना पुरा नहीं हो सका. जिससे आसपास के लोगों को सुविधा नहीं मिल पाया.
चोरी का बालू के सहारे निर्माण कार्य: बताया जाता है कि निगम के तहत होने वाले योजनाओं में दामोदर नदी से चोरी छुपे निकाला गया बालू लगाया जाता है. इस कार्य को अंजाम में भौरा, सुदामडीह, काली मेला क्षेत्र के दो दर्जन टॆक्टर लगा रहता है. बालू तस्करों द्वारा क्षेत्र में पडने वाले थाना, सीआईएस एफ सहित क ई कलम के सिपाही को चढावा चढाई जाती है. जिसके सह पर खुलेआम भौरा क्षेत्र से बालू तस्करी जारी है.
जांच कर होगी कार्रवाई: ईई अनूप सामंतो से पूछे जाने पर कहा कि मामले की जानकारी नहीं है. जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. विकास योजना में गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई किया जायेगा.