धनबाद: भारतीय दंत चिकित्सा परिषद के कार्यकारी समिति सदस्य, झारखंड राज्य दंत चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष और इंडियन डेंटल एसोसिएशन, झारखंड शाखा के सचिव डॉ. विवेक कुमार को नई दिल्ली में वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर सम्मानित किया गया।
डॉक्टर विवेक डेंटिस्ट व डेंटल काउंसिल के हित को लेकर सभी लेवल पर एक्टिव रहते हैं और इन्होंने पिछले लॉकडाउन में भी लोगों के बीच रहकर उल्लेखनीय कार्य किया।
ज्ञात हो कि डॉ. विवेक कुमार धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह के पुत्र है। डॉ. विवेक कुमार के इस ऐतिहासिक सम्मान से धनबाद ही नहीं पूरे झारखंड गौरवान्वित हुई है,डॉ. विवेक कुमार को इसके पूर्व भी डेंटिस्ट एवं डेंटल काउंसिल के लिए किए गए सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है।
डॉ.विवेक ने सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन रेगुलेशन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। डेंटिस्ट की समस्याओं के समाधान को लेकर वह स्टेट से लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट तक प्रयत्नशील रहते हैं।
नई दिल्ली में इंडियन डेंटल एसोसिएशन द्वारा आयोजित समारोह में डॉ विवेक को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम आयोजन में डॉ. राजीव गुप्ता समेत अन्य का सराहनीय योगदान रहा। मौके पर डॉ. महेश वर्मा – कुलपति, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, डॉ. अशोक धोबले – सचिव एचओ – इंडियन डेंटल एसोसिएशन, डॉ.विरमानी – सेक्रेटरी इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ़ डेंटिस्ट, डॉ. राजीव गुप्ता – सदस्य, डीसीआई, डॉ. दीपेश – सचिव, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, उत्तरी दिल्ली शाखा, डॉ. नीरज – अध्यक्ष, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, उत्तरी दिल्ली शाखा, डॉ. विकास अग्रवाल, डॉ राजीव चुघ, डॉ. अनिल चंदना, डॉ. कुलभूषण, डॉ. आकाश, डॉ. डांग आदि उपस्थित थे।
डॉ. विवेक कुमार बीडीएस कोर्स के फाइनल ईयर का जनवरी-फरवरी 2022 तक फाइनल एग्जाम कराये जाने की मांग को लेकर जनवरी में डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन, रांची, कोल्हान व नीलांबर-पीतांबर यूनिवर्सिटी के वीसी को मेल भेजा था।। उल्लेखनीय है कि डॉ. विवेक ने दंत चिकित्सकों के हित में सुप्रीम कोर्ट में पहले से एक याचिका भी दायर कर रखी है।
आयुर्वेद डॉक्टरों को डेंटल प्रोसीडिउर्स करने की अनुमति देने वाली सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन रेगुलेशन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गयी है। देशभर के डेंटिस्ट्स के हित के लिए डॉ. विवेक कुमार द्वारा कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुनौती दी गई है।
सेंट्रल काउंसिल फॉर इंडियन मेडिसिन वर्ष 2020 में एक संशोधन किया गया हैं, जिसके द्वारा आयुर्वेद डॉक्टरों को डेंटल प्रेसीडियम करने की अनुमति दी गई है। विनियमन से पहले ऐसी प्रक्रियाएं दंत चिकित्सक द्वारा ही की जा सकती थीं। देश भर के दंत चिकित्सक के अधिकारों की रक्षा के लिए डॉ.विवेक कुमार आगे आये हैं। डॉ. विवेक कुमार डेंटिस्ट एवं डेंटल काउंसिल के हित में हमेशा सदैव तत्पर रहे हैं और आगे भी निरंतर बेहतरी के लिए तत्पर रहेंगे।