झरिया: झरिया का सबसे व्यस्त रहने वाला मेन रोड स्थित चार नंबर टैक्सी स्टैंड अब जुआरियों का अड्डा बन गया है। यहाँ सुबह से लेकर शाम तक जुआ खेलते लोग आपको आसानी से देखने मिल जाएंगे।
कहने को तो यह झरिया शहर का एकमात्र टेक्सी स्टैंड है लेकिन यह अब टेक्सी ड्राइवरो की नही चलती। यहाँ सिर्फ कुछ स्थानीय दबंग जुआड़ियों का दब दबा है। डंके की चोट पे सुबह से शाम अलग अलग महफ़िल जमा जुआड़ि मोटी रकम कमा रहे है.
वही मेहनत मजदूरी कर किसी प्रकार जीवनयापन करने वाले गरीब टेक्सी ड्राइवर इन जुआड़ियों के चंगुल मे फस कर अपना जमापूंजी उड़ा रहे है। टेक्सी ड्राइवरों द्वारा बनाया गया चौखट हो या प्रतिष्ठित मेडिकल का चौखट या फिर जानेमाने एक होटल के समीप जहाँ जगह मिले जुआड़ि अपनी दुकान सजा देते है।
झरिया का सबसे वयस्तम भीड़ भाड़ वाला इलाका होने के कारण यहाँ से गुजरने वाले राहगीरों को भी काफी कठिनाई होती है लेकिन अब बिचारे राहगीर करे भी तो क्या करे क्योकि जो काम स्थानीय पुलिस की होनी चाहिए वो मौनी निंद्रा मे है।
यही चार नंबर स्थित एक प्राचीन माँ मंगला चंडी मंदिर भी है जहाँ प्रतिदिन हजारों सर्द्धालु पूजा अर्चना करने आते है कई बार अक्सर देखा गया है कि मंदिर के समीप बैठे जुआड़ियों से पूजा अर्चना करने आए श्रद्धालुओं की भी बहस हो जाती है जिसके बाद ऐसे जुआड़ि तबके के लोग मारपीट करने पर उतारू हो जाते है।
वही नाम नही प्रकाशित करने के शर्त पर कुछ पुराने बुजुर्ग टेक्सी ड्राइवर ने बताया कि तास और लूडो खेलना यहाँ सिर्फ़ एक समय व्यतीत करने का जरिया था लेकिन कुछ स्थानीय दबंग ने इसे सुनहरा मौका के रूप मे इस्तेमाल करना शुरू कर दिया आज एक गरीब टेक्सी ड्राइवर जो कुछ भी कमाता है वो इन जुआड़ियों के चक्कर मे पड़ कर पूरा पैसा उड़ा देता है कभी के बाद तो बिन पैसे खाली जेब ही घर जाना पड़ता है। ऐसे जुआ अड्डा और इन जुआड़ियों पर तुरंत अंकुश लगाने की पुलिस को पहल करनी चाहिए।