धनबाद। धनबाद का कोयला तस्करों में एक जाना पहचाना नाम लाल्टू पाठक। धनबाद में अपने दामन में कोयला तस्करी से कमाए करोड़ों रुपये को हजारीबाग जिले में बड़े पैमाने पर जमीन खरीद जैविक कर खुद को किसान बनने का प्रयास कर रहा, ताकि काले कोयले से दागदार हुए दामन को धो सके।
जानकारी के अनुसार धनबाद से कमाए गए अकूत संपत्ति को अपने गृह जिले में इन्वेस्ट कर रहा। लाल्टू पाठक धनबाद के कोयला तस्करों के बीच अपना अलग पहचान बना रखा है। सूत्रों के अनुसार लाल्टू पर कतरास पुलिस की विशेष कृपा बरसती है। यही नहीं जानकारी यह भी मिली है की कोयला तस्करी के लिए यह खुद के साथ अन्य तस्करों के लिए सीआईएसएफ को भी मैनेज करने का काम लेता है। जिसके एवज में इसे मोती रकम प्राप्त होती है।
2004 से रोहित यादव के साथ 10-20 रुपये कमीशन पर करता था काम
जानकारी के अनुसार लाल्टू पाठक 2004-05 में कोयलांचल की धरती पर पदार्पण किया। मुलाकात कुख्यात कोयला तस्कर रोहित यादव के से। उस वक्त लाल्टू की उम्र काम थी तो जज्बा बड़ा था। उसने रोहित के साथ 10 से 20 रुपये में कमीशन पर कोयले का काम किया। बताया जाता है कि 7, 8 वर्ष के बाद यह कोयला चोरी करने की कला को बारीकी से सीखा और धनबाद का बड़े तस्करों में अपना नाम दर्ज करवाया।
2013 से तेतुलमारी में डायरेक्ट करने लगा कोयला तस्करी
कोयला तस्कर रोहित यादव के साथ कई वर्षों तक कमीशन पर काम करने के बाद वर्ष 2013 में लाल्टू तेतुलमारी क्षेत्र को अपना तस्करी का ठिकाना बनाया और डायरेक्ट बड़े कोयला तस्करों की तरह काम करने लगा। सूत्रों के अनुसार इसी दौरान लाल्टू का कई हार्डकोक कारोबारियों से संपर्क हुआ, लेकिन इन कारोबारियों में कुछ खास कारोबारियों के साथ इसका संपर्क मधुर बना
जगदम्बा हार्डकोक से है लाल्टू का गहरा रिस्ता
जानकारी के अनुसार गोविंदपुर के जगदम्बा हार्डकोक से लाल्टू का गहरा रिस्ता बना। उसने अपना सारा अवैध कोयला प्राथमिकता के साथ जगदम्बा हार्डकोक को देने लगा। बचे कोयले को वह गिने चुने लोगों को ही देता, लेकिन जगदम्बा हार्डकोक लाल्टू की पहली प्राथमिकता रही। बताया जाता है की कोयला तस्करी में जगदम्बा हार्डकोक सेफ पॉइंट बना रहा।
दबंग दिखने के लिए में पहनता है मोटे सोने की चेन
पुराने कोयला कारोबारियों के अनुसार लाल्टू पहले दुबला पतला ही दिखता था। महज दो दशक के अंतराल में अब यह देखने में दबंग लगने लगा है। गले में मोटे-मोटे सोने की चेन कई एसयूवी गाड़ियों काफिला के साथ अपनी बीच अलग पहचान बनाने के लिए इस्तमाल करता है।
अरूप चटर्जी के लिए करता था मुखबिरी
जानकारी के अनुसार कोयला कारोबारी से रंगदारी और कई लोगों से ठगी के मामले में जेल में बंद न्यूज़ 11 के मालिक अरूप चटर्जी के लिए भी लाल्टू पाठक उसका मुखबिरी का काम करता था। कई कोयला कारोबारियों, पुलिस अधिकारीयों की मुखबिरी कर बताता था, जिसके बाद अरूप न्यूज़ के माध्यम या प्रोमो दिखाकर वसूली करता था।
कई तस्कर धनबाद से पैसा कमा अपने गृह जिले में लगा रहे
विडंबना यह धनबाद से कोयला की तस्करी कर कई तस्कर राजस्व का तो नुकसान पहुंचा ही रहे इसके अलावा यहाँ से काली कमाई कर अपने गृह जिले या राज्यों में इन्वेस्ट कर रहे। लाल्टू ने हजारीबाग में जमीन खरीद जैविक खेती कर रहा तो अभय सिंह यूपी में बीएड और डेंटल कॉलेज खोल रहा।