धनबाद। भाई व अन्य के सहयोग से अपने पति की हत्या करने वाली कातिल पत्नी सोनी देवी और शाला राजेश बाउरी को शुक्रवार को अदालत ने दोनों को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा की अदालत में आज सजा की बिंदु पर सुनवाई की गई।
दोनों आरोपी चिरकुंडा थाना क्षेत्र का रहने वाला है तथा फिलहाल दोनों न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है। मृतक के 10 वर्षीय पुत्री के बयान ने पिता को न्याय और आरोपी मां को सजा दिलवाई। मोबाइल फोन पर दूसरे से बात करने का विरोध करने के कारण पत्नी ने अपने भाई राजेश बाउरी एवं अन्य के सहयोग से अपने पति ललन पासवान की हत्या करा कर लाश को छिपाने का प्रयास किया गया था।
पत्नी ने 3 मई 2016 को चिरकुंडा थाना में कराया था मामला दर्ज
मृतक ललन पासवान की हत्या कर शव को छिपाने के मामले में ललन पासवान की पत्नी सोनी देवी के फर्द बयान के आधार पर चिरकुंडा थाना में 3 मई 2016 को कालाचंद गोराई, अनिल, सुनील तथा छोटू कुंडू के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। थाना में दर्ज प्राथमिकी में सोनी देवी द्वारा बताया गया था की सभी आरोपी उसके घर में आकर उसके पति ललन पासवान के साथ मारपीट की और उसकी हत्या कर शव को रेलवे लाइन के पास फेंक दिया था।
2017 में दो आरोपी को उम्र कैद की अदालत ने सुनाई थी सजा
इसी मामले में अदालत द्वारा 13 सितंबर 2017 को दो आरोपी कालाचंद गोराई एवं छोटू को उम्र कैद की सजा सुनाई थी तथा आरोपी अनिल तथा सुनील को साक्ष्य के अभाव में रिहा करने का आदेश दिया था। सोनी देवी एवं राजेश बाउरी का मामला अनुसंधान के लिए लंबित था।
पुत्री ने बताया मां फोन पर बात करती थी, पापा करते थे विरोध
हत्याकांड की तफ्तीश कर रही पुलिस ने जब मृतक ललन पासवान की 10 वर्षीय पुत्री संजना से पूछताछ की तो संजना ने पूरी कहानी पर से पर्दा उठा दिया। संजना ने अदालत को बताया कि उसकी मां सोनी देवी फोन पर अक्सर किसी से बात किया करती थी जिसका विरोध उसके पिता किया करते थे। 3 मई 2016 को उसके पिता काम से लौट कर आए तो उसकी मां फोन पर किसी से बात कर रही थी इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। उसके पिता ने मां से फोन लेकर जमीन पर पटक कर तोड़ दिया।
मां ने पुत्री को गला दबाकर हत्या की दी थी धमकी
बच्ची ने अपने बयान में बताया की कालाचंद गोराई, अनिल, सुनील तथा छोटू उसके घर आकर उसके पिता को बुलाकर ले गया। सभी मिलकर शराब पी और उसका पिता अकेले घर लौट कर आया फिर चारों उसके घर आकर उसके पिता के साथ मारपीट करने लगे जिसमें उसकी मां तथा मामा भी शामिल था। मामा के हाथ में लंबा सा कुछ सामान था। जब वह हिलाने लगी तो उसकी मां उसका गला दबाकर धमकी दी कि कल उसे भी जला कर हत्या कर देगी वह डर से सो गई।