झरिया : बोर्रागढ़ ओपी क्षेत्र के शिमला बहाल के रहने वाले नरेश विश्वकर्मा अपनी बेटी के विवाह मे बारातियों के स्वागत को लेकर काफी तैयारियां कर रखी थी लेकिन कुछ स्थानीय दबंग पड़ोसियों को यह बात नागवार गुजरा। वही बुधवार रात धनबाद पण्डारपाला से आए बारातियों ने भी यह नही सोचा होगा कि झरिया मे उनका इस तरह स्वागत किया जाएगा । बाराती जब डिजे के धुन मे नाचते गाते सिमलाबहाल पहुंचे तो वही के कुछ स्थानीय नाचते गाते बारातियों मे घुस गए और अभद्र व्यवहार करने लगे जिसके बाद बारातियों और जबर्दस्ती घुसे स्थानयो मे हल्की बकझक हो गई।
जिसके बाद स्थानीय दबंगों ने बारातियों पर हमला कर दिया। बाराती अपनी जान बचाने को लेकर जिधर जगह मिली भाग कर अपनी जान बचाई लेकिन स्थानीय दबंगों का गुस्सा इतने मे भी शांत नही हुआ। बारातियों को पीटने के बाद दबंग डेकोरेशन के कई सामानों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। अपने ऊपर हुए हमले से बाराती इतने भयभीत हो गए कि वो अब किसी प्रकार बिना शादी समारोह में शामिल हो वापिस जाने की सोचने लगे। वही लड़की के पिता ने इस मामले की सूचना बोरागढ़ पुलिस को दी जिसके बाद स्थानीय पुलिस की मदद से बारातियों को ढूंढा गया तभी झरिया के कतरास मोड़ के पास कुछ बाराती और दूल्हा मिले।
पुलिस और कुछ स्थानीय सामाजिक लोगो नें काफ़ी समझने का प्रयास किया पर सभी बारातियों नें शिमला बहाल जाने से इंकार कर दिया फिर किसी तरह से झरिया के दुखराणी मंदिर मे रात के दो बजे लड़की को बुला कर शादी कराया गया और वही से नरेश विश्वकर्मा ने अपनी बेटी की विदाई की। रात भर इस बात की चर्चा होती रही कि कि आखिर लड़की का किया कसूर था।
क्यूँ बच्ची के खुशियों मे मातम मे बदलने की कोशिश की गई। दबंगो इसका हक़ किसने दिया। फिलहाल लड़की के घर वाले गुरुवार को बोरागढ़ ओपी मे मामला दर्ज कर पुलिस प्रसासन से कार्रवाई की घुहार लगा रहे है ताकि ऐसे दबंगो पर करवाई करें ताकि भविष्य मे किसी कि बेटी के साथ ऐसा ना हो सके।