रिपोर्ट:-प्रेम कुमार
बाघमारा। दक्षिण-पूर्व रेलवे के आद्रा सबडिवीजन अंतर्गत तेलोंटांड फाटक के समीप चलती मालगाड़ियों से नाबालिगों द्वारा कोयला उतारने की सूचना पाकर बुधवार के दिन भोजूडीह एवं महुदा स्टेशन के आरपीएफ अधिकारी व जवान मौके पर पहुँचे तथा मामले की छानबीन की। हालांकि आरपीएफ के अधिकारियों ने मीडिया को कुछ भी बताने से परहेज किया। ना इस मामले में किसी कार्रवाई की खबर है। मालूम हो कि बीसीसीरल ब्लॉक दो क्षेत्र का के के सी लिंक व मेन साइडिंग तेलों टांड के समीप स्थित है। बताते है कि इस साइडिंग से लोड होने वाली मालगाडीयां वजन हेतु खानुडीह स्टेशन के समीप स्थित वजन घर में आती है। इस दौरान चलती मालगाड़ियों से कम उम्र के युवकों एवं लड़कियों द्वारा अपनी जान हथेली में लेकर फिल्मी स्टाइल में कोयला मालगाड़ी से नीचे लाईन पर फेंकते हैं तथा मालगाड़ी गुजर जाने के बाद उसे बोरियो आदि में भरकर ले जाते हैं। बताते है चलती मालगाडीयों से कोयला चोरी का यह सिलसिला दिनभर चलता रहता हैं। बताते हैं कि यह कार्य पिछले कई अरसे से जारी है। इसकी जानकारी स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन, सीआईएसएफ, आरपीएफ व स्थानीय थाना की पुलिस को है। परंतु बावजूद इसके कोयला चोरी के इस कारनामे पर आजतक प्रशासन अंकुश नहीं लगा सकी। जिस कारण चलती मालगाड़ियों से कोयला चोरी का यह कारोबार आज भी निर्बाध गति से जारी है। कई बार यह खबरें प्रकाश में आई है। बताते है कि खानुडीह स्टेशन से दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस व अन्य गाड़ियों का परिचालन होता है। चलती मालगाडी से कोयला रेलवे लाईन में फेंकने से कभी भी किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। बताते हैं कि चलती मालगाडी से कोयला उतारने का मामला संज्ञान में आने के बाद भी कार्रवाई वही ढाक के पात हैं। जिस कारण ना शिर्फ़ बीसीसीएल की बल्कि राष्ट्र की आर्थिक संपदा का चीर-हरण हो रहा है। वहीं कम उम्र के बच्चों द्वारा कोयला उतारने से संबंधित विभाग पर भी उंगली उठ रही है।