धनबाद में NH-2 नई दिल्ली-हावड़ा रोड पर हुए सड़क हादसे का शिकार हुए मरने वाले शकील अहमद (57) और बड़ा बेटा वसीम अहमद (30)टाटा स्टील वेस्ट बोकारो डिवीजन में कार्यरत थे। दोनों पर घर की पूरी जिम्मेदारी थी। पूरा परिवार रामगढ़ के 12 नंबर चौक मस्जिद के पीछे घाटोटांड पीएस मांडू, बारूघुटु में रहता था। यह परिवार मूल रूप बिहार के छपरा जिले के बसाही गाँव का रहने वाले थे।
हादसे का शिकार होने रविबुन खातून(55) खलिया खातून 25 (गुड़िया) आयान (03) भी शामिल हैं। सभी शव को पोस्टमार्टम के बाद बिहार ले जाया जाएगा। घटना की सूचना मिलते ही झारखंड के रामगढ़़ से बिहार के छपरा व पश्चिम बंगाल के आसनसोल तक मातम छा गया। रामगढ़ में शकील के घर पर लोगों का आना शुरू हो गया। घर में अब शकील का छोटा बेटा जाहिद बचा है।
जाहिद की एक बहन भी है उसकी शादी हो चुकी है।जाहिद अहमद ने बताया कि मंगलवार परिवार चार बजे सुबह पापा शकील अहमद, माँ रविबुन खातून, भईया वसीम अहमद, भाभी खलिया खातून और वसीम भईया का बेटा आयान आसनसोन 15 दिनों की छुट्टी पर निकले थे।