झरिया. गुलाब चक्रवात का कहर कोयलांचल पर ढहा. वारिस से बीसीसीएल के बस्ताकोला क्षेत्र के राजापुर परियोजना , बस्ताकोला न्यू परियोजना व कुसुंडा क्षेत्र के एना फायर परियोजना में काम प्रभावित रहा. धनबाद से बोर्रागढ होते दामोदर नदी तक जाने वाली कारी जोडिया नदी का जल स्तर बढने से आसपास के भूमिगत खद्दान पर खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र के अन्य परियोजना में पानी से रास्ते में किचड होने को लेकर सुरक्षा को देखते हुए काम ठप किया गया है. साथ ही आसपास के इलाकों में लोग अपने घरों में दुबके रहे.
कारी जोडिया नदी खतरा निशान से उपर: कारी जोडिया नदी का जल स्तर खतरा के निशान से उपर पहुंचा.जल स्तर बढने से खतरा मंडराने लगा. 17 सित्मबर1995 को गजलीटांड खान दुर्घटना के समय डीजीएम एस द्वारा कारी जोडिया नदी किनारे भूमिगत पीबी एरिया के बोर्रागढ, होरिलाडीह ( अब बंद) कोलियरी के 16 नबंर सीम में पानी घुसने का आगाह किया व भागाबांध खद्दान में रात पाली के दौरान कार्य पर रोक लगा दी है.
जोडिया का पानी से एना परियोजना पर खतरा:
गत वर्ष जोडिया नदी का पानी कुसुंडा क्षेत्र के एना आरके ट्रांस्पोर्ट आउटसोर्सिंग परियोजना में घुसने का डर से प्रबंधन
काम रोक दिया. गत वर्ष 27 सितम्बर 19 को जोडिया का बांध अचानक टुट गया. जिससे तेज रफ्तार से जोडिया का पानी एना परियोजना के शून्य सीम में प्रवेश कर गया था. अचानक धीमी रफ्तार से परियोजना में पानी आते देख कर्मी सतर्क हो गये. तभी जोडिया पर निगरानी कर रहे कर्मियों ने बांध टुटने की जानकारी दी जिसपर कर्मी वहा से भाग कर जान बचाने में सफल रहा. किसी तरह परियोजना के मशीन को कार्य स्थल से हटाया गया. घटना के समय घटना स्थल पर 12 कर्मी कार्य कर रहे थे.
बचाव की तैयारी पुुरी: पीओ
एना परियोजना पदाधिकारी प्रणव दाास ने कहा कि बरसात से कुछ समस्या हो रही है. उत्पादन में गिरावट आया है. फीर भी पानी से बचाव को लेकर तैयारी पूरी तरह से किया गया है. हर समय निगरानी किया जा रहा है.पानी निकासी के लिये बांध काटा गया.
सफेद धुंआ से परेशान लोग:
लगातार बारिश से दोबारी रजवार बस्ती, बस्ताकोला सात नम्बर , बर्फकल भूइया बस्ती, लिलोरी पत्थरा, लोदना, तिसरा, घनुडीह मल्लाह पट्टी आदि क्षेत्र के लोगों मे भय समाया हुआ है। इस अग्नि व भुधसान प्रभावित बस्ती मे गैस रिसाव ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। साथ ही यहां के लोग काफी भयभीत है। भारती देवी,धनंजय रजवार,तारा प्रसाद रजवार ,जितेश रजवार, महादेव रजवार,अवध किशोर रजवार सहित अन्य घरों के दीवारों मे दरार का दायरा बढ़ता जा रहा है।गैस रिसाव तेजी से हो रहा है पूरा बस्ती गैस से प्रभावित है.