सावन के पहले सोमवार पर सुबह 3 बजे तक 12 किलोमीटर से लंबी लाइन लग गई थी। पूरी रात इंतजार के बाद सुबह 4 बजे से बाबा का जलाभिषेक हुआ।
देवघर में सुबह 3ः05 बजे बाबा बैद्यनाथ का पट खुल गया और विधि विधान से सावन के सोमवार की पहली सरदारी पूजा की गई। पंडा समाज की विशेष पूजा लगभग 55 मिनट तक चली। इसके बाद आम भक्तों को बाबा को स्पर्श किए बगैर बाहर से अर्घ्य से जलाभिषेक कराया गया।
इधर बिहार के सुल्तानगंज में कांवरियों की भारी भीड़ उमड़ी है। सावन मेला के पांचवें दिन और सावन की पहली सोमवारी पर करीब एक लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे। पहले गंगा स्नान किया। इसके बाद कांवर लेकर बैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हुए। अजगैबीनाथ धाम बोल-बम और हर-हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान रहा। इस बार सुल्तानगंज से देवघर जाने के लिए कच्ची कांवरिया पथ पर सफेद बालू का परत बिछाए जाने से यात्रा काफी हद तक आसान हुई हैं।