देवघर में युग पुरुषोत्तम व गुरुदेव श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के सत्संग आश्रम में उस समय शोक की लहर फैल गई जब दुर्गा पुर सत्संग आश्रम से खबर मिली कि सत्संग जगत के वर्तमान आचार्य देव पूज्यपाद दादा श्री श्री अशोक चंद्र चक्रवर्ती बैकुंठ धाम को गमन कर गए , उनके निधन से भक्त वृन्दो के दिल की धड़कन तेज हो गई।
सभी इस खबर की वास्तविकता जानने आतुर हो गए लेकिन विधि के विधान के अनुसार उक्त खबर सच साबित हुई। चंद मिनटों में यह खबर समूचे विश्व मे उनके अनुयायियों के बीच आग की तरह फैल गई भारत के अलावा अमेरिका , जापान,मलेशिया, नेपाल,सिंगापुर,सऊदी अरब, ऐसे अन्य कई देशों तक यह खबर पहुँच गई , इस खबर से सभी के सभी शोक में डूब गए क्योंकि भक्त जिन्हें अत्यधिक प्रेम करते थे वही अब उन्हें छोड़ चल दिए।
देवघर सत्संग के आचार्य देव पूज्यपाद दादा श्री श्री अशोक चंद्र चक्रवर्ती विगत 2 महीनों से हृदयघात की वजह से आसान सोल से 20 किलोमीटर दूर दुर्गा पुर स्थित मिशन अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती थे। आज गुरुवार को सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर उनका निधन हो गया जिसकी खबर दुर्गा पुर सत्संग आश्रम से देवघर आश्रम में दी गई।
खबर मिलते ही आश्रम से गुरु परिवार सहित आश्रम के वरिष्ठ कर्मी व अन्य ऋत्विक भी दुर्गापुर के लिए तत्काल निकल पड़े सबके आँखों मे आँसू की धारा बह रही थी आश्रम में हलचल मच गया सभी दुःखी व व्यथित दिखाई पड़ रहे थे किसी के पास किसी बात का कोई जवाब नही था क्योंकि श्री श्री दादा के जाने से सभी के जीवन का सूर्यास्त हो गया क्योंकि उनके दर्शन मात्र से ही जीवन धन्य हो जाता था