कोरोना महामारी आए हुए लगभग दो साल हो रहे हैं। इस दौरान चारों ओर गंभीर आर्थिक संकट आया। हालांकि, अब झारखंड सरकार का 42 लाख रुपए से ज्यादा का ऐसा खर्चा सामने आया है, जिसे टाला जा सकता था। यह खर्चा है विधायकों और मीडियाकर्मियों के बीच खेले गए दो अनौपचारिक क्रिकेट मैच का। इसमें एक मैच में सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मैन ऑफ द मैच रहे थे।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल और युवा मामलों के विभाग से इंडियन एक्सप्रेस ने कुछ आंकड़े हासिल किए। उन आंकड़ों के मुताबिक, ये बिल ‘अंडर प्रॉसेस’ हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि बिलों के सेट को पहले दो बार मंजूरी नहीं दी गई थी- एक बार विभागीय स्तर पर और फिर कैबिनेट स्तर पर।
आरटीआई आंकड़ों से पता चलता है कि कुल राशि में से सिर्फ नई किट खरीदने पर ही करीब 33 लाख रुपए खर्च किए गए। नई किट में ट्रैकसूट, टी-शर्ट, कैप, किट बैग, मोजे और जूते शामिल हैं। दोनों क्रिकेट मैच टेनिस-बॉल से खेले गए थे। टेनिस बॉल क्रिकेट में आमतौर पर पैड, दस्ताने, गार्ड और हेलमेट जैसे सुरक्षात्मक उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती है।
अधिकारी के अनुसार, खरीदे गए खेल के सामान को राज्य विधानसभा के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं, सभी 82 विधायकों और मीडियाकर्मियों समेत 100 से अधिक लोगों में वितरित किया गया। अधिकारी ने कहा कि हालांकि, केवल 33 प्रतिभागी ही मैदान में उतरे थे।
अधिकारी ने बताया कि सामान खरीदने के लिए ‘वर्क ऑर्डर’ टेंडर के जरिए जारी नहीं किया गया था। यही वजह है कि भुगतान के प्रस्ताव पर खेल मंत्री हाफीजुल हसन ने हस्ताक्षर किए और मंजूरी के लिए कैबिनेट को भेजा।
इस संबंध में जब खेल मंत्री हाफीजुल हसन से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस मामले पर कुछ नहीं कहना चाहता।’ हाफीजुल हसन मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
खेल विभाग के सचिव अमिताभ कुशाल की भी टिप्पणी नहीं मिल पाई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘ये मैच सालाना खेले जाते हैं। यह कोई नई बात नहीं है।’ मैच खेलने वाले कांग्रेस के एक विधायक प्रदीप यादव ने कहा, ‘हम लोगों में खेल को बढ़ावा देने के लिए एक संदेश देने के लिए खेले। यह एक गेट-टुगेदर (अनौपचारिक सामाजिक कार्यक्रम या पार्टी) जैसा था।’
उन्होंने कहा, ‘हमें जो कुछ भी मिला वह बहुत ही उच्च गुणवत्ता का था। मैं अब भी उस जूते का इस्तेमाल कर रहा हूं… मुझे नहीं पता कि कितना खर्चा आया।’ कांग्रेस झारखंड में हेमंत सोरेन की झामुमो और राजद के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है।
पहला मैच 18 मार्च को हेमंत सोरेन समेत मुख्यमंत्री इलेवन और स्पीकर रवींद्रनाथ महतो के नेतृत्व में स्पीकर इलेवन के बीच खेला गया था। स्पीकर इलेवन ने 10 ओवर में 74 रन बनाकर सीएम इलेवन को हराया था। स्पीकर इलेवन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 12 ओवर में 73 रन बनाए थे। 11 रन बनाने वाले सोरेन को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।
आरटीआई रिकॉर्ड से पता चलता है कि झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) स्टेडियम में खेले गए इस मैच के लिए कुल 30.85 लाख रुपए का बिल जमा किया गया था। उसमें ट्रैकसूट, टी-शर्ट, कैप, किट बैग, मोजे और जूते पर 23.99 लाख रुपए का खर्चा दिखाया गया है। खाने के पैकेट और नाश्ते के लिए 3.17 लाख रुपए और अन्य वस्तुओं के बिलों के अलावा, रोशनी के लिए आपूर्ति ईंधन के रूप में 1.29 लाख रुपए खर्च किए गए।
दूसरा मैच 22 मार्च को झारखंड के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में खेला गया। वहां सीएम इलेवन ने पहले 15 ओवर में 4 विकेट पर 191 रन बनाए। बाद में प्रतिद्वंद्वी टीम मीडिया इलेवन को 15 ओवर में दो विकेट पर 153 रन पर रोक दिया।
आरटीआई रिकॉर्ड से पता चलता है कि इस मैच के लिए कुल 11.33 लाख रुपए से अधिक के बिल जमा किए गए। इसमें 9.37 लाख रुपए ट्रैकसूट, टी-शर्ट, टोपी, किट बैग, मोजे और जूते के अलावा अन्य वस्तुओं के बिल शामिल हैं।
नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर, खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि निर्धारित मानदंडों के अनुसार, 1.5 लाख रुपए से अधिक की राशि होने के कारण कैबिनेट की मंजूरी मांगी गई थी। नई क्रिकेट किट प्राप्त करने वालों में बगोदर से भाकपा (एमएल) विधायक विनोद सिंह भी शामिल थे।
विनोद सिंह का कहना है, ‘मैं कुछ मिनटों के लिए मैच देखने गया था। मेरे सहायक को ट्रैक-सूट, जूते और अन्य सामानों के साथ एक बैग मिला था। मैं इसे लेना नहीं चाहता था, लेकिन चूंकि यह पहले ही दिया जा चुका था, इसलिए मैंने इसे वापस नहीं किया।’
उन्होंने बताया, ‘मेरा सहायक उसे अपने साथ ले गया। लेकिन मुद्दा यह है कि सरकार को इस तरह के मैचों पर दिखावे के लिए इतनी राशि खर्च नहीं करनी चाहिए। राज्य की खेल संस्कृति को मजबूत करने के लिए पंचायत स्तर पर पैसा खर्च करना चाहिए।’