पलामू – पत्नी के हत्या के आरोप में पति को जेल हुई, पत्नी के शव को दफना दिया गया और इसी बिच 4 दिन बाद पत्नी फिर सही सलामत अपने बच्चे के साथ सोमवार को ज़िंदा लौट आयी. अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया ही कि दफनाया गया शव किसका था या पति को फंसाने के लिए मायकेवालों ने साजिश रची थी.
मामला हरिहरगंज थाना क्षेत्र के बघना गांव का है, जंहा नदी किनारे झाड़ियों में एक युवती का शव बरामद किया गया था.युवती के चेहरे पर पत्थर से वार किया गया था। अगले दिन 9 सितंबर को शव की पहचान जाबिर अंसारी की पत्नी खुशबुन निशा के रूप में उसके मायके वालों ने किया और पति पर हत्या करने का आरोप लगाया।
पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया और उन्होंने लाश को दफना दिया। इधर, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसी बीच खुशबुन को पहचानने वाले एक व्यक्ति ने छत्तरपुर में उसे देखे जाने की सूचना दी। तब खुशबुन के जिंदा होने की बात सामने आई। छत्तरपुर में महिला थाना की टीम खुशबुन से पूछताछ कर रही है कि बच्चे के साथ वह क्यों गायब हुई? क्या उसके मायके वालों ने सच में बेटी को पहचानने में चूक कर दिया या जानबूझकर उसके पति को फंसाने के लिए कोई साजिश रची गई है।