धनबाद। धनबाद के जाने माने उद्योगपति और हार्डकोक कारोबारी शम्भुनाथ अग्रवाल के धनबाद और कोलकाता के 18 प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग ने शुक्रवार को एक साथ दबिश दी। आयकर ने धनबाद के 15 और कोलकाता की 3 ठिकानों पर सर्वे एक साथ शुरू किया।
आयकर की बंगाल, धनबाद, गया, हजारीबाग, पटना, औरंगाबाद, देवघर, जामताड़ा की टीम शामिल है। टीम में 80 से ज्यादा आयकर अधिकारी शामिल हैं। संभुनाथ अग्रवाल का कोयला, स्टील, सीमेंट, अनाज समेत कई कारोबार करते हैं। सर्वे की कार्रवाई प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के निर्देश पर शुरू हुई।
संयुक्त आयकर आयुक्त मधुमिता दास और सहायक आयकर आयुक्त सर्किल वन शशि रंजन के नेतृत्व सर्वे की कार्रवाई की जा रही है। आयकर सूत्रों अनुसार अगर विभाग को भारी मात्रा में नकदी और आभूषण मिलेंगे तो सर्वे की कार्रवाई रेड में तब्दील हो जाए
आयकर ने इन प्रतिष्ठानों में सर्वे किया आरम्भ
इनकम टैक्स के अधिकारियों ने नंदलाल अग्रवाल के पिता शम्भू नाथ अग्रवाल के श्रीराम सेल्स, शंभूनाथ एग्रो, शिव शंभू हार्डकोक, शिव शंभू एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जय अंबे माता सीमेंट प्राइवेट लिमिटेड, शिव शंभू सेल्स प्राइवेट लिमिटेड, शिव शंभू कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड, शिव शंभू प्लाजा प्राइवेट लिमिटेड, कमल राइस मिल, श्री कल्याणी एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड के 15 ठिकानों पर सर्वे की कार्रवाई कर रही है।
कोरोना काल के बाद धनबाद आयकर की पहली कार्रवाई
कोरोना महामारी शुरू होने के बाद धनबाद आयकर किसी भी तरह का कोई कार्रवाई नहीं कर पाई थी। 2020 में कोरोना महामारी फैलने के कारण सरकार ने कोई भी कार्रवाई करने पर रोक लगा दी थी। लम्बे समय के अंतराल के बाद धनबाद आयकर की यह पहली कार्रवाई है।
क्या होता है आयकर सर्वे
सबसे पहले यह समझ लेना जरूरी है कि आयकर सर्वे, आयकर रेड या छापेमारी से बिल्कुल अलग है। इसमें विभाग के अधिकृत अधिकारी व्यक्ति के व्यवसाय या पेशे के स्थान पर रखे गए दस्तावेजों का निरीक्षण और सत्यापन करते हैं या आम भाषा में कहे तो बहीखाता की जांच करते हैं। इसमें बस इतना देखा जाता है कि उक्त व्यक्ति या प्रतिष्ठान ने टैक्स के मामले में कोई गड़बड़ी या चोरी तो नहीं की है। इसे एक तलाशी अभियान के तौर पर समझ सकते हैं।