उत्तर प्रदेश : फिरोजाबाद में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। उस पर आलम यह है कि योगी राज में जिले की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई हैं। पांच साल की सावन्या गुप्ता की जान बच सकती थी, अगर उसे समय पर दाखिला मिल जाता। अलबत्ता बेबस परिवार अस्पताल के बाहर चार घंटे तक इस बात की राह तकता रहा कि कोई तो उनकी मदद करेगा।
पिता अजीत गुप्ता का कहना है कि बच्ची को सुबह 8 बजे अस्पताल लाया गया था। अस्पताल के स्टाफ को उसकी हालत के बारे में बता दिया गया पर उन्होंने कुछ नहीं किया। चार घंटे इंतजार के बाद बच्ची ने उनकी आंखों के सामने दम तोड़ दिया।
हालांकि, अस्पताल प्रशासन अपने रटे रटाए जुमले पर कायम है कि उन्हें इसकी भनक तक ही नहीं लगी। मेडिकल कॉलेज के सीएमओ डॉ. हंसराज का कहना है कि इस बाबत कोई भी अधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। जिला प्रशासन बड़ी संख्या में बेड की व्यवस्था कर रहा है।
फिरोजाबाद के सीएमओ दिनेश कुमार का कहना है कि 64 कैंपों में 48 सौ लोगों का इलाज किया जा रहा है। इसमें बुखार वाले मरीज भी शामिल हैं। जानकारों का कहना है कि जिले में तकरीबन 12 हजार लोग बुखार से बिस्तर पर पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस बीमारी के चपेट में पूरा जिला आ चुका है। बीते 24 घंटे में यहां 4 और मरीजों की मौत हो चुकी है।
जिले में कुल मरने वालों की संख्या 120 पहुंच चुकी है। इसमें बच्चों की तादाद काफी ज्यादा है। उनका कहना है कि बीते सप्ताह NCDC की टीम ने फिरोजाबाद जिले में डेंगू के फैलने का खुलासा किया गया था। इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में भी काफी वृद्धि देखने को मिल रही है। प्रशासन द्वारा बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार दवा का छिड़काव व घर घर जाकर सर्वे किया जा रहा है।
मप्र में मरीजों का आंकड़ा 2570, अलर्ट मोड में सरकार
उधऱ, मप्र में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 2570 तक पहुंच गया है। शिवराज सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। जबलपुर में 150 नए मामलों का पता चलने के बाद हड़कंप मचा है। शिवराज सिंह ने लोगों से अपील की है कि वो सरकार के प्रोग्राम डेंगू से जंग जनता के संग, में अपना सहयोग प्रदान करें।
नीतीश बोले-उप्र के साथ लगते जिलों में एहतियात
उधर बिहार सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। सीएम नीतीश का कहना है कि अभी उनके यहां इमरजेंसी की स्थिति नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर अस्पतालों को चौकन्ना कर दिया गया है। अभी सारन में एक और गोपालगंज में नौ मामले डेंगू के सामने आए हैं। उप्र के साथ लगते जिलों में खास एहतियात बरती जा रही है। लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि घरों में पानी न भरने दें।