उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है। सुबह 11 बजे तक कुल बीस फीसदी लोगों ने अपने वोट डाल चुके थे। औसतन सबसे ज्यादा 22.83 फीसदी मतदान शामली में हो चुका है, जबकि सबसे कम 17.91 फीसदी अलीगढ़ में हुआ।
वोटिंग शुरू होने के बाद समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके कई केंद्रों में अनियमितता, मतदाताओं को डराने-धमकाने, ईवीएम खराब होने और मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से मतदान करने से रोकने की शिकायत की है। पार्टी की ओर से बताया गया है कि बुलंदशहर जनपद की विधानसभा सिकंदराबाद 64, बूथ नंबर 227 एम एस इंटर कॉलेज में मतदान कक्ष में अंधेरा है। मतदाताओं को मतदान में परेशानी हो रही है। इसी तरह शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347,348,349,350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमकाकर, कतारों से हटाकर वापस भेजे जाने का आरोप लगाया गया है।
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर बताया गया है कि मेरठ जिले की विधानसभा 48, बूथ नंबर 26 पर छोटी पर्ची होने की वजह से मतदाता 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं। वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसको संज्ञान में लेकर निष्पक्ष मतदान कराना सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया गया है।
सुबह बागपत जिले के एक बूथ पर अचानक बिजली कट गई। इससे मतदानकर्मी टार्च के सहारे मतदाताओं से वोट डलवा रहे हैं। इसको लेकर लोगों में नाराजगी भी है। मेरठ जिले के 20 बूथों पर मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ईवीएम में भी खराबी आ गई। प्रशासनिक अफसर इसको दुरुस्त कराने में जुटे हुए हैं।
पहले चरण के मतदान में जाट फैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य में कुल आबादी का दो फीसदी जाट मतदाता हैं। मथुरा, बागपत, मुजफ्फरनगर, मेरठ जाट बहुल जिले हैं। जबकि गाजियाबाद, अमरोहा, सहारनपुर, बिजनौर, हापुड़, आगरा और हाथरस जिलों में भी काफी संख्या में जाट मतदाता हैं।