दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (17 अगस्त) को ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन की शुरुआत की और कहा कि देश के हर कोने में स्कूलों के निर्माण में निवेश करने की जरूरत है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों से इस पहल में शामिल होने और उनका समर्थन करने का आग्रह किया। साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और देश के सभी सियासी दलों ने इसके लिए कमर कस ली है। केजरीवाल के इस अभियान को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है।
पिछले दो चुनावों से भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत से सत्ता में आ रही है। इस बार केजरीवाल के मेक इंडिया नंबर वन अभियान को आगामी लोकसभा की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। केजरीवाल ने कहा, इस मिशन का मुख्य फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और कृषि पर होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी बीजेपी, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों से भारत को नंबर एक देश बनाने की मुहिम में शामिल होने के लिए कहा।
इस मिशन से 130 करोड़ भारतीयों को जोड़ना है
केजरीवाल ने कहा,”इस मिशन के माध्यम से कुल 130 करोड़ भारतीयों को जोड़ा जाना है। आजादी के 75 साल हो गए हैं। हमने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन अभी भी लोगों में नाराजगी है। ऐसी धारणा है कि बीते 75 वर्षों में हमसे कहीं छोटे कई देश स्वतंत्र होने के बाद हमसे आगे निकल गए हैं।”
हमें 27 करोड़ बच्चों के लिए मुफ्त और बेहतरीन शिक्षा देनी है
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, “हमें 27 करोड़ बच्चों के लिए मुफ्त और बेहतरीन शिक्षा की व्यवस्था करनी है। इस अभियान के दौरान हम यह नहीं कह सकते कि पहाड़ों या आदिवासी क्षेत्रों में स्कूल नहीं खोले जा सकते। चाहे आपको कितना भी खर्च करना पड़े आपको ये काम करना ही होगा। एक अकेला बच्चा अपने गरीब से गरीब परिवार को अमीर बना सकता है। जब अच्छी शिक्षा के दम बच्चे अपने परिवार की गरीबी दूर करेंगे तब भारत का नाम अमीर देशों की सूची में शामिल होगा।”
युवाओं को रोजगार और सभी को मुफ्त इलाज
उन्होंने आगे कहा, “इस अभियान का दूसरा मकसद है देश के लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैय्या करवाना, और इस अभियान का तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण पहलू है हमारी युवा शक्ति। हमें अपने युवाओं को रोजगार देना है क्योंकि आज हमारे युवा बेरोजगार हैं