मोस्ट वांटेड गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को अरेस्ट करके दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने एफबीआई के मदद से मेक्सिको उसे गिरफ्तार किया है। वह काफी समय से फरार था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। वह दिल्ली एनसीआर के मोस्ट-वांटेड गैंगस्टर्स में शामिल हैं। मंगलवार (4 अप्रैल, 2023) को एक अधिकारी ने बताया कि बॉक्सर को एक या दो दिन में भारत लाया जाएगा। दीपक बॉक्सर दिल्ली-एनसीआर के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स में शामिल है, जो फर्जी पासपोर्ट के सहार देश छोड़कर भाग गया था।” दीपक बॉक्सर की लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने की भी बात कही जा रही है।
फर्जी पासपोर्ट पर देश छोड़कर भाग गया था
पुलिस को शक है कि बॉक्सर पिछले साल दिसंबर या जनवरी में मैक्सिको गया था। पुलिस को जांच में एक फर्जी पासपोर्ट भी मिला है, जिस पर दीपक बॉक्सर की फोटो है, लेकिन नाम किसी और का है। पुलिस ने बताया कि इस पासपोर्ट पर कोलकाला से फ्लाइट ली गई थी। उन्होंने कहा कि फर्जी पासपोर्ट मुरादाबाद से रवि अंतिल के नाम पर बनाया गया था और 29 जनवरी को उसने कोलकाता से मैक्सिको के लिए उड़ान भरी थी।
बिल्डर की हत्या मामले में पुलिस कर रही थी तलाश
दीपक कुख्यात गोगी गिरोह का हिस्सा है और यह सितंबर से ही फरार था। दीपक बॉक्सर की एक बिल्डर अमित गुप्ता के मर्डर के मामले में भी तलाश थी। उसने सितंबर, 2022 में फेसबुक पर बिल्डर की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। गुप्ता की हत्या की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि यह प्रथम दृष्टया जबरन वसूली और हत्या का मामला लग रहा था, और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, दीपक बॉक्सर ने फेसबुक पर पोस्ट करके इस बात का दावा किया कि उसने दिल्ली के बिल्डर की हत्या कर दी और बिल्डर को मारने का मकसद जबरन वसूली नहीं, बल्कि बदला था।
तीन लाख रुपये के इनाम का भी था ऐलान
अपने फेसबुक पोस्ट में बॉक्सर ने यह भी दावा किया कि गुप्ता गोगी गिरोह के दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया गिरोह से जुड़ा था और वह वास्तव में उस गिरोह का फाइनेंसर था। गैंगस्टर ने अपने फेसबुक पोस्ट में दावा किया कि वह उसके प्रतिद्वंद्वी गिरोह से जुड़ा हुआ था। अपने पोस्ट में दीपक बॉक्सर ने यह भी कहा कि गोगी गैंग के मुखिया कुलदीप उर्फ फैजा की स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई थी, और कुलदीप के ठिकाने के बारे में गुप्ता ने ही गुप्तचरों को जानकारी दी थी। खबरों के मुताबिक, रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद से दीपक बॉक्सर गोगी गिरोह का नेतृत्व कर रहा था। गन्नौर निवासी बॉक्सर पर 3 लाख रुपये का इनाम था।