बिहार : स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम के सचिव मृत्युंजय कुमार और उनकी महिला मित्र के ठिकानों पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान विजिलेंस यूनिट को करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज मिले। विजिलेंस यूनिट को मृत्युंजय कुमार की महिला मित्र के यहां से काफी संख्या में पोर्न सीडी, 30 लाख कैश और 45 लाख के जेवर भी मिले।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने शुक्रवार को मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार, उनके भाई धनंजय कुमार और महिला मित्र रत्ना चटर्जी के पटना, कटिहार और अररिया स्थित ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान रत्ना चटर्जी के कटिहार स्थित ठिकाने से पोर्न सीडी, 30 लाख कैश, सोने की बिस्किट, 45 लाख के जेवर, पश्चिम बंगाल के सिल्लिगुड़ी, कटिहार और पटना में खरीदी गई संपत्ति के दस्तावेज भी मिले।
इसके अलावा एसवीयू ने करीब 7 लाख के पुराने नोट भी बरामद किए। साथ ही रत्ना चटर्जी के आवास से एलआईसी के तीन स्कीम के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। इन स्कीम में 40 हजार से लेकर 1 लाख तक का प्रीमियम भरा जा रहा था। एसवीयू ने इस छापेमारी में 1 करोड़ 73 लाख 4 हजार 922 रुपए की चल-अचल संपत्ति का पता लगाया। विजिलेंस यूनिट के अनुसार भ्रम पैदा करने और अवैध कमाई को छुपाने के मकसद से तीनों के खातें में मोटे रकम का ट्रांजेक्शन किया गया था।
बीते 25 नवंबर को स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने अलग अलग मामलों के तहत मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। एसवीयू ने छापेमारी के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद एसवीयू की अलग अलग टीमों ने तीन जगहों पर छापेमारी। एसवीयू पुराने नोट जब्त किए जाने के मामले में भी ओएसडी मृत्युंजय कुमार और उनके महिला मित्र के खिलाफ मामला दर्ज करेगी।
अपने ओएसडी के ठिकानों पर हुई छापेमारी में करोड़ो की संपत्ति जब्त किए जाने के बाद खनन मंत्री जनक राम ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। जो दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने पहले से ही गड़बड़ी में लिप्त लोगों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया था। उसी के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि इसी साल मार्च के महीने में बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम के कहने पर ही मृत्युंजय कुमार को उनका ओएसडी नियुक्त किया गया था।