उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हिन्दू समाज के लोगों ने ईद की नमाज पढ़ कर लौटे मुस्लिमों का भव्य स्वागत किया. उनके ऊपर फूल बरसाई और गले मिलकर ईद की दुआएं दी. रामनवमी की शोभायात्रा को लेकर देश भर में हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद हिन्दू मुसलमानों के बीच सौहार्द और भाईचारे की ये तस्वीर काफी सुकून देने वाली है. दोनों संप्रदाय के लोगों ने इस मौके पर सारे पुराने गिले शिकवे दूर कर देश और समाज के विकास में एकजुट होने का प्रण लिया.
मामला बाराबंकी के पीरबटावन ईदगाह का है. बता दें कि शनिवार को देश भर में ईद का त्यौहार बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार की सुबह सभी मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ी गई. इसी क्रम में बाराबंकी के पीरबटावन स्थित ईदगाह में बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने पहुंचे. नमाज के बाद जब लोग अपने घरों की ओर लौट रहे थे तो रास्ते में हिन्दू समाज के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान लोगों ने एक एक नमाजी के ऊपर फूल बरसाए और फिर उन्हें गले लगाकर ईद की दुआएं दी.
इस कार्यक्रम को तमाम लोगों ने देखा और अपने मोबाइल कैमरे से फोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया है. यह फोटो और वीडियो इस समय खूब चर्चा में हैं. बता दें कि रामनवमी और महाबीर जयंती के समय से ही देश में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति है. पिछले दिनों में इसके चलते देश के कई हिस्सों में बवाल और आगजनी भी हुई थी. ऐसे में बाराबंकी में सांप्रदायिक एकता की यह अनोखी मिसाल काफी राहत देने वाली है. वहीं ताज बाबा राइन का कहना है कि जिस तरह से हिंदू भाइयों ने हम लोगों के ऊपर फूलों की वर्षा की है, वह सिर्फ हिंदुस्तान में ही संभव है.
कहा कि बाराबंकी में देवा शरीफ ओ महादेवा है, जिसकी मिसाल देवा शरीफ है. देवा शरीफ हिंदुस्तान की ऐसी मजार है जहां पर हिंदू भाई बहन और सभी धर्म के लोग होली का त्यौहार मनाते हैं. एक दूसरे को रंग लगाते हैं. देवा शरीफ में रहने वाले वारिस पाक का कहना है कि जो राधे वही राम है. व्यापार मंडल के अध्यक्ष बब्बी गुप्ता का कहना है कि जिस तरह से मुसलमान भाई सावन के महीने में कावड़ियों पर फूलों की वर्षा करते हैं, उससे हम लोग काफी उत्साहित हैं. हमने भी मुसलमान भाइयों पर फूलों की वर्षा कर उन्हें ईद की बधाई दी है.
इस कार्यक्रम में दयाशंकर श्रीवास्तव, प्रदीप जैन, सुरेंद्र वर्मा और राजकुमार समेत दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद रहे. इन्होंने बताया कि हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई हमारे हिंदुस्तान के एक गुलदस्ते के फूल हैं. हम लोग अमन चैन को पंसद करने वाले लोग हैं. हम एक दूसरे की त्योहारों में दिल से शामिल होते हैं. हिंदुओं के स्वागत से खुश ताज बाबा राइन और ओसामा अंसारी ने कहा कि देवा-महादेवा की पावन धरती बाराबंकी से हमेशा गंगा-जमुनी तहजीब की तस्वीर सामने आती है.