नगालैंड राज्य के जन्म से ही नगालैंड विधानसभा में आज तक कोई भी महिला जनप्रतिनिधि नहीं चुनी गई। सन 1963 में, नागालैंड प्रदेश बना था। पर आज साठ वर्षों बाद नगालैंड में एक इतिहास रचा गया। नगालैंड में पहली बार किसी महिला ने विधानसभा चुनाव जीता है। नगालैंड की आधी आबादी के लिए यह एक बड़ी खुशखबर है। NDPP के टिकट पर हेकानी जखालू पहली बार नगालैंड विधानसभा चुनाव जीती हैं। हेकानी जखालू ने यह जीत दीमापुर तृतीय विधानसभा में दर्ज की है। उन्होंने लोजपा (रामविलास) की अजेतो जिमोमी (Azheto Zhimomi) को 1536 वोटों से मात दी। नगालैंड विधानसभा चुनाव 2023 में कुल चार महिला उम्मीदवारों को टिकट मिला था। हेकानी जखालू इनमें से एक थीं। हेकानी के चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा भी पहुंचे थे।
नगालैंड विधानसभा 2023 में चार महिलाएं लड़ीं थी चुनाव
नगालैंड विधानसभा चुनाव 2023 में चार महिला उम्मीदवारों ने अपनी चुनौती पेश की थी। हेकानी जखालू के अलावा, एनडीपीपी ने पश्चिमी अंगामी से महिला उम्मीदवार सल्हौतुओनुओ क्रूस को मैदान में उतारा था। कांग्रेस ने टेनिंग निर्वाचन क्षेत्र से रोजी थॉमसन को खड़ा किया था, जबकि काहुली सेमा भाजपा के टिकट पर अटोइजू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही थीं।
हेकानी जखालू कौन हैं जानें ?
हेकानी जखालू (48 वर्ष) की है। अमेरिका में पढ़ी-लिखी हैं। वकील और सामाजिक उद्यमी हैं। सेन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ से 2013 में कानून में परास्नातक किया था। हेकानी यूथनेट नाम का एनजीओ भी चलाती हैं। हेकाली नगालैंड में युवाओं को आजीविका प्रदान करने के लिए फेमस हैं। वह महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ती हैं। हेकानी जखालू को 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह तोलुवी गांव में की रहने वाली हैं।
हेकानी जखालू के पास 5.58 करोड़ रुपए की संपत्ति
हेकानी जखालू ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि, उनके पास 5.58 करोड़ रुपए की संपत्ति है। 41.95 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है। हेकानी और उनके पति के पास आधा दर्जन कारें हैं। 30 हजार की ज्वेलरी और दो लाख रुपए की कीमत की घड़ी पहनती हैं। पति के पास 60 हजार की सोने की अंगूठियां और दो लाख की सोने की चेन है। उनकी कुल चल संपत्ति 3.51 करोड़ से ज्यादा की है।
वह इतिहास रचने वाली महिला बन गई, हेकानी जखालू खुशी से झूमी
अपनी जीत से खुश हेकानी जखालू ने कहा कि, आज तक नगालैंड के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय में कोई महिला प्रतिनिधि नहीं रही है। यह स्थानीय विधायक का कर्तव्य है कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उचित स्वास्थ्य सुविधाएं और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करें। वह बहुत खुश हैं कि, वह इतिहास रचने वाली महिला बन गई हैं।