कांग्रेस के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल अपनी पार्टी से नाखुश चल रहे हैं। बगावत का बिगुल बजाते हुए उन्होंने खुद को राम भक्त बता दिया है। साथ ही ऐलान किया कि वह भगवत गीता की चार हजार कॉपियां (स्वर्गीय पिता के संस्कार पर) बांटेंगे। पटेल की इस घोषणा पर फिलहाल कांग्रेस की तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, मगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उनकी जरूर दिल खोलकर तारीफ की है।
पटेल ने यह भी बताया कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया जा चुका है कि वह दिल्ली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के सामने अपनी बात रख चुके हैं। पटेल ने इस दौरान साफ कर दिया कि उन्हें गुजरात कांग्रेस की लीडरशिप से दिक्कत है। सूबे में जो लोग नेतृत्व में वे नहीं चाहते हैं कि कोई काम करे। साथ ही अगर कोई काम करना चाहता है, तो वे उसे करने नहीं देते।
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष (वर्किंग प्रेसिडेंट) और पाटीदार नेता ने यह भी साफ कर दिया कि उन्होंने अपने विकल्प खुले रखे हैं। यही नहीं, उन्होंने वहां की सत्तारूढ़ बीजेपी की निर्णय लेने वाली लीडरशिप की तारीफ भी की है।
वैसे, बीते कुछ समय से वे जिस तरह के तेवर दिखा रहे हैं, उससे सियासी गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं। यह भी अटकलें हैं कि वह भाजपा में जा सकते हैं। हालांकि, इस बाबत उन्होंने फिलहाल न तो संकेत दिए हैं और न ही कुछ कहा है।
गुजरात से आने वाले पाटीदार नेता के साथ कांग्रेस में मौजूदा समय में चीजें कुछ ठीक नहीं चल रही हैं। उन्होंने इससे पहले कहा था कि राजस्थान में जो कुछ सचिन पायलट के साथ हुआ, वहीं गुजरात में उनके साथ होने जा रहा है।
दरअसल, गुजरात में कुछ समय बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। सियासी जानकारों और चुनावी विश्लेषकों की मानें तो कांग्रेस को सूबे में इन इलेक्शंस से पहले बड़ा झटका लग सकता है।