उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने 14 जनवरी मकर संक्रांति स्नान के अवसर गंगा में डुबकी लगाने पर पाबंदी लगा दी है। इसको लेकर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे द्वारा एक निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मकर संक्रांति के दिन स्थानीय और बाहरी किसी भी व्यक्ति को गंगा स्नान करने की अनुमित नहीं होगी।
कोरोना प्रसार रोकने के लिए कदम: जारी निर्देश में कहा गया है कि गंगा स्नान के लिए हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होगी। दरअसल मकर संक्रांति के दिन बड़ी तादाद में लोगों के गंगा स्नान करने की उम्मीद है। ऐसे में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से यह कदम उठाया गया है।
उल्लंघन पर होगी कार्रवाई: आदेश में कहा गया है कि 14 जनवरी की रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात कर्फ्यू लगाया जाएगा। वहीं धार्मिक मण्डली पर जिला प्रशासन ने पूरी तरह से प्रतिबंध लागू किया है। इस दौरान अगर कोई कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि उत्तराखंड में सोमवार को 1292 नए संक्रमित पाये गये हैं। इस दौरान पांच मरीजों की मौत हुई है। ऐसे में कुल मृतकों की संख्या 7429 हो गई है। बता दें कि राज्य में संक्रमण दर 07.57 प्रतिशत है। इसके अलावा देशभर की बात करें तो पिछले 24 घंटों में पूरे देश में कोरोना वायरस के 1,68,063 नए मामले सामने आए हैं। इसमें 69,959 रिकवरी हुईं और 277 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
दिल्ली में वर्क फ्रॉम होम: गौरलतब है कि कोरोना की इस तीसरी लहर के बीच दिल्ली में इमरजेंसी वर्क वाले ऑफिस को छोड़ कर सभी निजी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम का पालन करने के लिए कहा गया है। मंगलवार को जारी नये निर्देश के मुताबिक दिल्ली में सभी रेस्तरां और बार बंद रहेंगे। हालांकि लोग रेस्त्रां और बार से ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर सकते हैं। इससे पहले इन्हें 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति थी।