पंजाब (Punjab) के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Mod) की सुरक्षा में चूक को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक बार फिर दोहराया है कि प्रधानमंत्री की जान को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं था. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले को तूल देकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य में गोली चलेगी तो पहली गोली मैं खाऊंगा. चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना को जिस तरह से पेश किया जा रहा है उससे पंजाबियों की छवि खराब हो रही है.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री को हेलिकॉप्टर से आना था लेकिन उन्होंने अचानक अपना फैसला बदल दिया. उन्होंने कहा कि हमारे अफसरों को नोटिस दिया जा रहा है. जब प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई चूक हुई ही नहीं है तो उन्हें नोटिस क्यों दिया जा रहा है. मुख्य सचिव और डीजीपी को केंद्र सरकार की ओर से नोटिस भेजा गया है. केंद्र सरकार चुनाव से पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर पुजाब में राज करना चाहती है.
पंजाब के सीएम ने कहा पंजाबियों और पंजाब को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर एक-दूसरे पर सवाल उठाने तो बहुत से उठाए जा सकते हैं. सुरक्षा चूक पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अच्छा है कि आखिर उस दिन क्या हुआ, किसकी गलती थी और किसे सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी थी. चन्नी ने कहा कि हमने जो जांच कमेटी बनाई उस पर सवाल उठाए जा रहे थे. केंद्र से जो सिक्योरिटी इंचार्ज थे उनको जांच सौंपी गई. सुप्रीम कोर्ट ने जांच रोककर सही किया है.
किसानों को पता नहीं था कि पीएम का काफिला वहां से गुजरेगा
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि हम जन प्रतिनिधि हैं तो जनता से भागते थोड़े ही हैं. उन्होंने कहा कि अगर गलती से किसी भी कारण से जनता आपके सामने आ गई है और प्रधानमंत्री का काफिला एक किलोमीटर पहले से लौट गया है तो इसमें जान पर खतरे जैसी बात कहां से आ गई है. उन्होंने कहा कि किसानों को तो ये तक पता नहीं था कि प्रधानमंत्री इस रास्ते से आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर रैली में जाने वालों को रोक रहे थे.