आपने कभी सोचा है कि भारतीय सबसे ज्यादा किसे दान देते हैं ? अगर नहीं तो यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे, कि भारतीयों ने एक साल में 23,700 करोड़ रुपये दान में दिए हैं। और उनमें से करीब 70 फीसदी रकम यानी 16,600 रुपये धार्मिक संगठनों को दान दी गई है। और इसके बाद भारतीयों ने भिखारियों को करीब 2,900 करोड़ रुपये दान दे डाले हैं। इसके बाद परिवार, दोस्त या फिर धार्मिक संगठनों का नंबर आता है। यहीं नहीं दान देने के लिए भारतीयों ने सबसे ज्यादा कैश को तरजीह दी है। उसके बाद गूगल पे, पेटीएम जैसे डिजिटल वॉलेट, क्रेडिट-डेबिट कार्ड और दूसरे ऑफलाइन तरीकों का इस्तेमाल किया है। इस बात का खुलासा अशोका यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सोशल इम्पैक्ट एंड फिलनथ्रॉपी द्वारा किए गए सर्वे How India Gives 2020-21 की रिपोर्ट में हुआ है।
परिवार और दोस्तों को कितना दिया पैसा
सर्वे के अनुसार भारतीय ,धार्मिक संगठनों और भिखारियों को दान देने के बाद, परिवार, दोस्तों और घर में काम करने वाले कर्मचारियों को पैसे देते हैं। भारतीयों ने करीब 70 फीसदी रकम धार्मिक संगठनों और 12 फीसदी रकम भिखारियों को दान दी है। इसके बाद 9 फीसदी रकम परिवार और अपने दोस्तों को दी है। इसके अलावा 5 फीसदी गैर धार्मिक संगठनों और 4 फीसदी रकम घर के कर्मचारियों को दान में दी है।
गांव में दान देने वालों की संख्या ज्यादा
दान देने के मामले में गांव के लोग ज्यादा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। मसलन कुल दान देने वालों में 67 फीसदी लोग गांव के होते हैं। जबकि 33 फीसदी लोग शहरों के होते हैं। हालांकि कुल राशि के मामले में शहरों की हिस्सेदारी ज्यादा है। इसी तरह अगर क्षेत्र के आधार पर देखा जाय तो उत्तर भारत के लोग सबसे ज्यादा दान देते हैं। उत्तर भारत में 29 फीसदी परिवार तो दक्षिण भारत में 22 फीसदी परिवार दान देते हैं। जबकि पूर्वी भारत में 26 फीसदी और पश्चिमी भारत में 23 फीसदी परिवार दान देते हैं। लेकिन रकम के मामले में देखा जाय, सबसे ज्यादा 30 फीसदी हिस्सेदारी दक्षिण भारत की है।