राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न की मांग की है। शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर लालू, उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। जहां उन्होंने मंडल कमीशन की बात कर पासवान के लिए भारत रत्न की मांग की।
रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पर उनके बेटे चिराग पासवान ने दिल्ली में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया था। जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बीजेपी नेता और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्व. पासवान की पहली पुण्यतिथि पर शुक्रवार को 12 जनपथ पर पहुंचे, जहां उन्होंने लोजपा नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
यहीं पर लालू प्रसाद यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने आज पासवान की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित किया। रामविलास पासवान साधारण नेता नहीं थे। गरीबों के मसीहा थे, दलितों के मसीहा थे, अल्पसंख्यक के मसीहा थे। इन्हीं के समय में मंडल कमीशन लागू हुआ था। आज उनकी सारी जिम्मेदारी चिराग पासवान के ऊपर है। हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि माननीय पासवान को भारत रत्न दिया जाए।
बता दें कि पिछले साल आठ अक्टूबर को रामविलास पासवान की मौत हो गई थी। जिसके बाद लोजपा को लेकर रामविलास के भाई पशुपति पारस और बेटे चिराग के बीच मतभेद हो गया। जिसके बाद पारस, मोदी सरकार से जा मिले और केंद्र में मंत्री भी बन गए। वहीं चिराग पासवान पिता के राजनीतिक वारिस होने की बात कहते हुए चाचा पर धोखा देने का आरोप लगाते रहे हैं।
लोजपा में अकेले पड़ चुके चिराग और लालू के धीरे-धीरे नजदीक आते दिख रहे हैं। हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई है। इस कार्यक्रम में शामिल होने आए राहुल गांधी के साथ लालू यादव की एक तस्वीर भी राजनीतिक गलियारों में सुर्खिया बटोर रही है।
बिहार में होने वाले उपचुनाव में राजद और कांग्रेस एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार रहे हैं। जबकि दिल्ली में राहुल, लालू का हाथ थामे नजर आए। दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट तक बात हुई।
ऊधर बिहार में चिराग के चाचा पशुपति पारस ने भी स्व. पासवान की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद और राजद नेता तेज प्रताप यादव पहुंचे थे। इस मौके पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन भी मौजूद थे