ICHR में बंद किया गया राष्ट्रगान, हटाई गईं भारत माता और दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरें

142 0

भारतीय इतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR) में पिछले छह महीने से हर दिन कर्मचारी एक जगह जमा होकर राष्ट्र गान गाते थे, जो कुछ आपत्तियों के बाद शुक्रवार को बंद कर दिया गया। सदस्य सचिव उमेश कदम के कार्यालय और आईसीएचआर के सम्मेलन कक्ष में भारत माता और पूर्व जनसंघ अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरें लगी थीं उन्हें भी हटा दिया गया है।

ICHR में बंद किया गया रोजाना होने वाला राष्ट्रगान
द इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, आपत्तियों के बाद शुक्रवार से रोजाना राष्ट्रगान गाया जाना बंद कर दिया गया और भारत माता और दीन दयाल उपाध्याय दोनों की तस्वीरों को कमरों से भी हटा दिया गया। संपर्क करने पर, आईसीएचआर के अध्यक्ष रघुवेंद्र तंवर और सदस्य सचिव उमेश कदम ने घटनाक्रम की पुष्टि की लेकिन इस बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया।

हटाई गईं भारत माता और दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरें
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सितंबर 2022 में एक मौखिक आदेश के आधार पर राष्ट्रगान गाना शुरू हुआ था और आज भी मौखिक आदेश पर बंद हो गया। भारत माता और उपाध्याय की तस्वीरों को हटाने का कोई लिखित आदेश नहीं था लेकिन आज सचिव उमेश कदम के कार्यालय और आईसीएचआर के सम्मेलन कक्ष दोनों जगहों से इन्हें हटा दिया गया। सूत्रों ने कहा कि दोनों कमरों में भारत माता और उपाध्याय की तस्वीरें दीवार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों के साथ लगी थीं।

भारत माता और उपाध्याय की तस्वीरों को हटाने के बारे में पूछे जाने पर सचिव उमेश कदम ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “इन तस्वीरों को लगाने के लिए कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया था। लोग आते हैं और हमें इस तरह की चीजें उपहार में देते हैं। हम इन्हें दीवार पर लगा देते हैं।” जब ये कहा गया कि संस्थान में लाइब्रेरी के सामने हर दिन कर्मचारी खड़े होकर राष्ट्रगान गाते थे तो उन्होंने कहा कि ऐसा वो अपनी मर्जी से करते थे।

ICHR चेयरमैन रघुवेंद्र तंवर ने किया उनका हाथ होने से इनकार
सूत्रों के मुताबिक, 11 अगस्त 2022 को कदम के ICHR की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद हर दिन राष्ट्रगान गाना शुरू हुआ था। जब इस बारे में चेयरमैन रघुवेंद्र तंवर से पूछा गया तो उन्होंने बताया, “ये सच है कि राष्ट्रगान गाने और तस्वीरें लगाने के लिए सही तरीके से अनुमति नहीं ली गई। न तो परिषद और न ही मुझसे अनुमति ली गई। मेरा इन तस्वीरों को हटाने या राष्ट्रगान रोकने में कोई रोल नहीं है। 10 फरवरी के बाद से मैं संस्थान नहीं गया।” तंवर ने कहा कि आईसीएचआर एक ग़ैर-सांप्रदायिक निकाय है। इसकी शुचिता को बरकरार रखा जाना चाहिए।

Spread the love

Awaz Live

Awaz Live Hindi Editorial Team members are listed below:

Related Post

गुरुग्राम में दिनदहाड़े 1 करोड़ रुपये की लूट, 5 हथियारबंद बदमाशों ने आंखों में मिर्च पाउडर डालकर उड़ाए कैश

Posted by - April 18, 2022 0
“हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम में लूट की बड़ी वारदात सामने आई है. 4 से 5 हथियारबंद बदमाशों ने एक कैश…

ज्योति मौर्य जैसा मामला! पति की पढ़ाई के लिए पत्नी ने दूसरों के घरों में धोए बर्तन, अधिकारी बनने के बाद उसे छोड़ा

Posted by - July 10, 2023 0
ज्योति मौर्य और आलोक के बीच हुए विवाद की चर्चा पूरे देश में हो रही है। सोशल मीडिया पर मीम्स…

आज से बैंक कर्मियों की देशव्यापी हड़ताल,सरकार के निजीकरण के विरोध में उतरे कर्मचारी

Posted by - December 16, 2021 0
सरकार की बैंकिंग नीतियों और अर्थव्यवस्था को लेकर अगले बजट में प्रस्तावित सुधारों का बैंकिंग सेक्टर में विरोध शुरू हो…

काशी में लगे पोस्टर ‘घाटों पर गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित’, VHP और बजरंग दल ने कही यह बात

Posted by - January 8, 2022 0
वाराणसी में गंगा घाटों के पास विवादित पोस्टर लगाए जाने के बाद अब वीएचपी और बजरंग दल ने इनसे दूरी…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *