तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतिम मुहर लगा दी है। इसके साथ ही तीनों कृषि कानून अब औपचारिक रूप से निरस्त हो गए। इससे पहले शीतकालीन सत्र के पहले दिन यानी 29 नवंबर को संसद के दोनों सदनों से बिल पारित हुए थे।
बता दें कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले 1 साल से दिल्ली बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार के बिल वापसी के बाद भी किसान अभी धरना खत्म करने को तैयार नहीं है। किसान संगठनों ने 4 दिसंबर को अगली बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।