प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के लिए अपने दो दिवसीय यात्रा पर वाराणसी पहुंचे थें। इसके साथ ही उन्होंने पूरे मंदिर का भ्रमण कर कामकाज का जायजा लिया। उनके वाराणसी दौरे को लेकर अयोध्या के एक पुजारी से सवाल पर कहा कि राजनीति में धर्म नहीं लाना चाहिए। धर्म को राजनीति में लाने से समाज में उन्माद बढ़ता हैं। बीजेपी केवल धर्म की राजनीति कर रही है, इन्हें विकास और महंगाई से कोई मतलब नहीं है। एक दूसरे पुजारी से पीएम मोदी के इन कामों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी सत्ता मुक्त होने वाली है क्योंकि वाराणसी वही जाते हैं जिन्हें मुक्ति चाहिए होती है।
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आम यूजर्स के साथ राजनीतिक पार्टियों के नेता भी इस पर अपनी टिप्पणी देते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि क्या कहना है काशी वाराणसी के पंडितों का मोदी जी के आगमन पर, आप लोग भी सुनिए। हालाकिं आपको बात दें कि यह वाराणसी के नहीं बल्कि अयोध्या के पुजारी हैं।
मो जुबैर नाम (@zoo_bear) नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि जैसे ही पंडित जी ने विकास के बारे में बोलना चालू किया, चैनल ने उन्हें म्यूट कर दिया और हटवा दिया। अभिनव पांडे (@Abhinav_Pan) नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि अयोध्या के कुछ संत बीजेपी सरकार से नाराज लग रहे हैं। पूजा पांडे नाम की ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं कि काशी विश्वनाथ और राम मंदिर मिलने के बाद भी ये लोग महंगाई पर बात कर रहे हैं लेकिन कैसे?
गौरव राय नाम की ट्विटर यूजर हंसने वाली इमोजी के साथ लिखते हैं कि ऐसा तो नहीं किया कांग्रेस से मिले हुए बाबा हों। संजय त्रिपाठी (@sanjayjpurno) नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘अयोध्या के साधु संत अपने अपने मन की बात कर रहे हैं।’ अनामिका नाम की यूजर ने लिखा – संत भी जानते हैं कि नेता वोट बटोरने के लिए धर्म की राजनीति कर रहे हैं। जिसमें बीजेपी सबसे आगे है।