आज दुनियाभर में इंटरनेट सेवा हो सकती है बंद, अंतरिक्ष से आ रहा है सौर तूफान

428 0

अंतरिक्ष से धरती की ओर एक सोलर तूफान काफी तेजी से बढ़ रहा है। यह तूफान अगले कुछ घंटों में धरती के वायुमंडलीय क्षेत्र से टकरा सकता है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, यह तूफान सूरज की सतह पर विस्फोट के बाद पैदा हुआ है। इसकी रफ्तार काफी तेज है। वैज्ञानिकों की मानें तो इस तूफान से सेटेलाइट सिग्नलों में बाधा आ सकती है। इससे इसका प्रभाव विमानों की उड़ान, रेडियो सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर भी देखने को मिल सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, इस सौर तूफान की स्पीड 1260 किमी प्रति सेकेंड की है। वैज्ञानिकों की मानें तो यह सौर तूफान शनिवार या रविवार को किसी भी समय धरती से टकरा सकता है। तूफान के धरती पर पहुंचने से पहले ही अमेरिका के एक हिस्से में अस्थायी तौर पर रेडियो सिग्नल ब्लैकआउट हो गया है।

इस सौर तूफान को अपनी तरह का सबसे शक्तिशाली एक्स 1-क्लास सोलर फ्लेयर के रूप में जाना जाता है। नासा के अधिकारियों ने इसे महत्वपूर्ण सोलर फ्लेयर करार दिया है। इस सौर तूफान को अंतरिक्ष एजेंसी के सोलर डायनेमिक्स आब्जर्वेटरी के रियल टाइम वीडियो में कैप्चर भी किया गया है।

सोलर फ्लेयर की सबसे शक्तिशाली श्रेणी को एक्स क्लास के नाम से जाना जाता है। इसके बाद ताकत के घटते क्रम में इन्हें एम, सी, बी और ए क्लास के नाम से जाना जाता हैं। इस सौर तूफान से 30 अक्टूबर को अमेरिका में मनाए जाने वाले हैलोवीन त्योहर पर असर पड़ सकता है।

सौर तूफान के कारण धरती का बाहरी वायुमंडल गरमा सकता है जिसका सीधा असर सैटेलाइट पर हो सकता है। इससे जीपीएस नेविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटेलाइट टीवी में रुकावट पैदा हो सकती है। पावर लाइन्स में करंट तेज हो सकता है जिससे ट्रांसफॉर्मर भी उड़ सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर ऐसा कम ही होता है क्योंकि धरती का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है।

वर्ष 1989 में आए सौर तूफान की वजह से कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे के के लिए बिजली गुल हो गई थी और लाखों लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। इसी तरह से वर्ष 1859 में आए चर्चित सबसे शक्तिशाली जिओ मैग्‍नेटिक तूफान ने यूरोप और अमेरिका में टेलिग्राफ नेटवर्क को तबाह कर दिया था।

इस दौरान कुछ ऑपरेटर्स ने बताया कि उन्हें इलेक्ट्रिक का झटका लगा है जबकि कुछ अन्य ने बताया कि वे बिना बैट्री के अपने उपकरणों का इस्तेमाल कर ले रहे हैं। नार्दन लाइट्स इतनी तेज थी कि पूरे पश्चिमोत्तर अमेरिका में रात के समय लोग अखबार पढ़ने में सक्षम हो गए थे।

Spread the love

Awaz Live

Awaz Live Hindi Editorial Team members are listed below:

Related Post

गिरेगा पारा, पहाड़ों पर होगी बर्फबारी, दिल्ली समेत कई राज्यों में 23 से 25 जनवरी के बीच बारिश का अनुमान

Posted by - January 18, 2023 0
उत्तर भारत के लोगों को फिलहाल ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। पहाड़ी इलाकों में…

परमवीरों के नाम 21 द्वीप, पीएम मोदी बोले- पीढ़ियां याद रखेंगी आज का दिन

Posted by - January 23, 2023 0
पराक्रम दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में अंडमान और निकोबार के इक्कीस बड़े अज्ञात द्वीपों का नाम परमवीर…

ISRO: भारत लगाएगा अंतरिक्ष में बड़ी छलांग, 2023 के मध्य में भेजा जाएगा चंद्रयान 3 और आदित्य L 1

Posted by - March 22, 2023 0
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-तृतीय…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *