उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बेटे ने अपनी ही मां का कत्ल कर दिया। घटना के पीछे कारण बताया जा रहा है कि मां के द्वारा बेटे को मोबाइल गेम पबजी खेलने से मना किया गया था। हैरानी भरी बात यह है कि बेटे ने मां की हत्या अपने पिता की पिस्तौल से की है। नाबालिग के पिता सेना में हैं और घटना के वक्त घर पर केवल उसकी मां और छोटी बहन ही थी।
क्या है मामला: जानकारी के अनुसार, घटना राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाने एक अंतर्गत आने वाले इलाके पंचम खेड़ा के यमुनापुरम कॉलोनी की है। यहीं पर सेना में तैनात नवीन सिंह का परिवार रहता था। नवीन की पत्नी साधना अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। वारदात बीते रविवार रात 3 बजे की है, जिसमें नाबालिग बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से मां की गोली मारकर हत्या की गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि मां की लाश के साथ तीन दिनों तक नाबालिग अपनी छोटी बहन के साथ घर में बंद रहा और अपनी छोटी बहन को डरा-धमका कर रखा।।
PUBG की लत: घटना के पीछे का कारण बताया जा रहा है कि नाबालिग को पबजी खेलने और मोबाइल के अधिक इस्तेमाल की लत थी। इसी कारण उसकी मां डांटती रहती थी। इस सनसनीखेज घटना में किशोर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बीते दिनों घर से 10 हजार रुपये चोरी होने के चलते मां-बेटे में झगड़ा हुआ था। जिसके बाद मां ने उसकी पिटाई भी की थी। मां की हत्या के बाद उसने अपनी छोटी बहन को भी धमकाया था कि अगर किसी को कुछ बताया तो जान से मार देगा।
वो छिड़कता रहा रूम फ्रेशनर: घटना के बारे में जानकारी देते हुए एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया कि मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले नवीन सिंह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के आसनसोल में सेना में जेसीओ के पद पर तैनात हैं। उनका परिवार लखनऊ के पीजीआई इलाके में रहता था। पुलिस के मुताबिक, नाबालिग बेटे ने हत्या के बाद लाश को डिकंपोज करने के लिए केमिकल का इस्तेमाल भी किया था। साथ ही घर के बाहर लाश की बदबू न जाए इसलिए रूम फ्रेशनर भी लगातार छिड़कता रहा।
गढ़ी झूठी कहानी: पुलिस के अनुसार, नाबालिग ने कई बार कोशिश की कि इस घटना के बारे में किसी को कुछ पता न चले, लेकिन जब उसकी सारी कोशिशें बेकार चली गई तो पिता को फोन कर एक झूठी कहानी गढ़ी। उसने पिता को बताया कि किसी ने उसे और बहन को कमरे में बंद कर दिया फिर मां की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने पिता से बताया कि वह किसी तरह बाहर निकले और देखा तो मां की लाश पड़ी थी।
इस बातचीत के बाद नाबालिग के पिता ने पड़ोसी को फोन कर पूरी बात बताई और फिर जाकर पुलिस ने देखा तो मृतका के दोनों बच्चे बरामदे में बैठे थे और लाश के पास एक पिस्तौल पड़ी थी; जो कि नाबालिग के पिता की थी।