सीबीआई द्वारा शराब नीति मामले में समन किए जाने के बाद शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने मीडियो को संबोधित करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने 14 फोन तोड़ दिए। फिर ईडी कह रही है कि उसमें से 4 फोन उनके पास हैं और CBI कह रही है कि 1 फोन उनके पास है, अगर उन्होंने फोन तोड़े हैं तो उनके पास फोन कैसे आए। इन लोगों ने झूठ बोलकर केस बनाए और बोला कि शराब घोटाला हुआ है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि CBI, ED ने शराब नीति मामले में अदालत में झूठे हलफनामे दायर किए, वे मनीष सिसोदिया और मेरे खिलाफ गवाही देने के लिए लोगों को प्रताड़ित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ED, CBI ने 100 करोड़ रुपये की घूस लेने का आरोप लगाया, उन्होंने 400 से अधिक छापे मारे, लेकिन यह राशि नहीं मिली। केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली आबकारी नीति उत्कृष्ट थी, यह भ्रष्टाचार खत्म कर देती।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैंने दिल्ली विधानसभा में जिस दिन भ्रष्टाचार के खिलाफ बोला था, उसी दिन मैं जान गया था कि अगला नंबर मेरा होगा। पिछले 75 वर्षों में किसी भी पार्टी को AAP की तरह निशाना नहीं बनाया गया; हमने लोगों में अच्छी शिक्षा की उम्मीद जताई है, वे इस उम्मीद को खत्म करना चाहते हैं।
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमला बोलते हुए कहा कि इतना एक्शन होने के बाद भी एक पैसा नहीं मिला। उन्होंने कहा, “17 सितंबर को शाम को 7 बजे मैंने नरेंद्र मोदी को एक हजार करोड़ रुपये दिए थे, कर लो गिरफ्तार उनको। ऐसे तो कई भी इस देश में खड़ा होकर कुछ भी कह देगा। मैं कह रहा हूं कि नरेंद्र मोदी को शाम को 7 बजे मैंने एक हजार करोड़ रुपये दिए थे। इस आधार पर गिरफ्तार करोगे नरेंद्र मोदी को? भई, मेरे पास कुछ सबूत को कुछ कहने का। ऐसा ही कोई कुछ भी कह देगा औऱ गिरफ्तार कर लोगे। कहां है सबूत? कोई सबूत नहीं है।”