नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें लगाता बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पार्टी के एक और विधायक ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कालियागंज ( Kaliaganj ) विधानसभा सीट से विधायक सुमन रॉय ( Soumen Roy ) ने बीजेपी छोड़ दी है।
तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ चटर्जी ने बताया कि कालियागंज से बीजेपी विधायक सुमन रॉय बंगाल और उत्तर बंगाल के विकास के लिए हमसे जुड़ रहे हैं। वह बंगाल की संस्कृति और विरासत को अक्षुण्ण रखना चाहते हैं।
बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल हुए सुमन रॉय पहले भी तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा थे। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली थी। पार्थ चटर्जी ने कहा कि, अपने पूर्व सहयोगी को फिर से शामिल करने के लिए पार्टी के महासचिव के रूप में यहां आया हूं।
टीएमसी में शामिल होने के बाद सुमन रॉय ने कहा कि, ‘मैं टीएमसीपी का छात्र था। बीजेपी में शामिल हुआ और टिकट लेकर उनके लिए जीत हासिल जरुर की लेकिन मेरा दिल टीएमसी में था। लोगों ने 213 सीटों पर आशीर्वाद बरसाया है। हमारे नेता, उत्तर बंगाल और बंगाल के विकास के लिए बहुत काम कर रहे हैं।’
बीजेपी में जाना मेरी गलतीः रॉय
टीएमसी में शामिल होने के बाद रॉय ने बीजेपी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना मेरी गलती थी। रॉय ने कहा कि, बहुत से लोग हैं बीजेपी से टीएमसी में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं।
ममता ही लड़ेंगी भवानीपुर से
भवानीपुर सीट के बारे में पूछे जाने पर पार्थ चटर्जी ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का एक हिस्सा है। भवानीपुस से ममता बनर्जी ही चुनाव लडे़ंगी, इसकी घोषणा हमने बहुत पहले ही कर दी थी। इस दौरा चटर्जी ने ये दावा भी किया कि ममता बनर्जी से इस सीट से रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतेंगी।
बता दें कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में तीन सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया है। 30 सितंबर को चुनाव होना जबकि 3 अक्टूबर को इनके परिणाम घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग के इस ऐलान के साथ ममता बनर्जी के सीएम पद पर मंडराया खतरा अब खत्म हो गया है।